मोदी के मंत्री के बिगड़े बोल, हम थूकेंगे अखिलेश चाटेंगे
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के मुकाबले करहल विधानसभा सीट से भाजपा की ओर से ताल ठोक रहे लोकसभा सांसद एसपी सिंह बघेल ने अखिलेश यादव को चुनौती दी है ।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का तीसरा चरण समाप्त होने के बाद एक पत्रकार से बातचीत करते हुए भाजपा सांसद एवं करहल से प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल ने कहा कि अखिलेश यादव के दावे के अनुसार मेरी जमानत जब्त हो जाती है तो मैं सार्वजनिक रूप से आपका थूका हुआ चाट लूंगा लेकिन अगर मेरी जमानत जब्त नहीं होती है तो मैं थूकूंगा और अखिलेश यादव चाटेंगे।
मोदी सरकार में मंत्री सपी सिंह बघेल ने करहल विधानसभा के 64 बूथों पर गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए प्रशासन एवं चुनाव प्रेक्षक से शिकायत की थी और साक्ष्यों के रूप में वीडियो भी सौंपी थी जो वेबकास्टिंग से प्राप्त की गई है। एसपी बघेल ने अखिलेश यादव पर प्रहार करते हुए कहा कि सपा प्रमुख लगातार थूका हुआ चाट रहे हैं। वह नामांकन दाखिल करते समय बोले थे कि मैं करहल में जीतने के बाद ही आऊंगा लेकिन सिर्फ 4 दिन बाद ही, यही नहीं कि वह खुद यहाँ प्रचार के लिए आये हैं बल्कि मुलायम सिंह समेत परिवार के अन्य छह सदस्यों को भी करहल में अपने प्रचार प्रसार के लिए उतार दिया है।
एसपी सिंह बघेल ने कहा कि अखिलेश यादव किसी विधानसभा में खुद दूसरी बार प्रचार करने के लिए नहीं पहुंचे हैं लेकिन वह यहां नामांकन दाखिल करने के बाद कई बार आ चुके हैं। यही नहीं बल्कि मुलायम सिंह यादव को भी वह यहां अपने चुनाव प्रचार के लिए उतार चुके हैं, जबकि मुलायम सिंह ने कर्नल के अलावा कहीं और चुनाव प्रचार नहीं किया है।
बघेल यहां नहीं रुके बल्कि इंटरव्यू ले रहे पत्रकार से बोले कि मैं तो अपने लिए यहाँ तक कहूंगा जिसकी बात में फ़र्क़ उसके बाप में फ़र्क़।
करहल से भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल का कहना है कि यदि करहल सपा का गढ़ होता तो अखिलेश यादव को यहां बार-बार नहीं आना पड़ता। पूरा सैफई कुनबा यहां ताकत नहीं लगा रहा होता। अखिलेश अपने पार्टी के प्रत्याशी से ज्यादा समय खुद की सीट पर दे रहे हैं।
बघेल दलित वोटों का भाजपा के पाले में आने का दावा करते हुए कहा कि दलित वोट बैंक भाजपा को ही मिल रहा है। करहल में बसपा प्रत्याशी जाटव हैं, लेकिन करहल का जाटव मतदाता समझ कर वोट दे रहा है कि सपा को कौन हरा सकता है। भाजपा ही सपा को हरा सकती है, इसलिए जाटव भाजपा को वोट दे रहे हैं। दलित मतदाता जानते हैं कि जब सपा की सरकार आती है, तो सबसे ज्यादा उत्पीड़न उन्हीं का ही होता है।