भाजपा नेता के बिगड़े बोल, लाल किले पर लहराएगा भगवा, विधानसभा में हंगामा
कर्नाटक की भाजपा सरकार के मंत्री केएस ईश्वरप्पा के बयान पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस ने विधानसभा में तिरंगा लेकर विरोध प्रदर्शन किया है।
लाल किले पर तिरंगे के स्थान पर भगवा लहराने की बात करने वाले भाजपा सरकार के मंत्री केएस ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग करते हुए कांग्रेस नेताओं ने आज विधानसभा में राष्ट्रीय ध्वज के साथ विरोध प्रदर्शन किया। वहीँ विधानसभा सदन में राष्ट्रीय ध्वज के साथ विरोध प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने ध्वज संहिता का उल्लंघन करने के आरोप लगाए हैं।
बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस ने सदन के वेल में राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किया है। एक ध्वज कोड है कि इसका उपयोग कैसे करना है, इसका उपयोग कहां करना है। हमें इसका सम्मान के साथ उपयोग करना होगा। कांग्रेस ने फ्लैग कोड का उल्लंघन किया है। लोग से देख रहे हैं। वह एक जिम्मेदार विपक्षी दल के रूप में कार्य करने में विफल रही है।
Eshwarappa has issued a clarification. He didn't say that saffron flag will be hoisted at the Red fort immediately but in another 300 or 500 years. He said it may or may not happen. He also added that we have accepted the national flag and no one must disrespect it: Karnataka CM pic.twitter.com/vlCuJuX0pH
— ANI (@ANI) February 16, 2022
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस की ओर से ध्वज संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। वह राष्ट्रीय ध्वज को सदन में विरोध प्रतीक के रूप में उपयोग कर रहे हैं। याद रहे कि कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री ईश्वरप्पा ने बुधवार को बयानबाजी करते हुए कहा था कि भविष्य में भगवा झंडा राष्ट्र ध्वज बन सकता है और लाल किले में तिरंगा के स्थान पर भगवा झंडा फहराया जा सकता है।
कांग्रेस ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राज्य सरकार में ग्रामीण विकास व पंचायत राज मंत्री के इस बयान पर नाराजगी जताते हुए विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया ने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह ईश्वरप्पा को कैबिनेट से बर्खास्त कर दें। इस बयान के बाद उन्हें मंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
अपने मंत्री का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर ही राष्ट्रध्वज के अपमान एवं ध्वज संहिता के उल्लंघन के आरोप लगाते हुए कहा कि ईश्वरप्पा ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने यह तो नहीं कहा कि लाल किले पर झंडा तत्काल फहराया जाएगा। अगले 300 या 500 वर्षों में ऐसा हो भी सकता है और नहीं भी। तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज है और सबको उसका सम्मान करना चाहिए।
कांग्रेस पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए बोम्मई ने कहा कि उनके बयान का आधा हिस्सा बता रहे हैं और विधानसभा में लोगों को गुमराह कर रहे हैं। ईश्वरप्पा ने कानूनी रूप से कोई गलती नहीं की है और उनके खिलाफ कोई कार्यवाही भी नहीं की जा सकती है।