बाबा साहेब अंबेडकर के विचार और दूरदर्शिता भारतीय लोकतंत्र की नींव हैं: सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविधान निर्माता और ‘भारत रत्न’ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके विचार, सिद्धांत और दूरदर्शिता भारतीय लोकतंत्र की मजबूत नींव हैं। मुख्यमंत्री ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा कि सामाजिक न्याय के अग्रदूत और संविधान के निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर ने समाज में फैली असमानता, अन्याय और भेदभाव के खिलाफ लगातार संघर्ष किया। उनका जीवन समानता, स्वतंत्रता और भ्रातृत्व पर आधारित समाज के निर्माण के लिए समर्पित रहा।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि बाबा साहेब का सपना आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने सामाजिक सुधार और कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए जो मार्गदर्शन प्रस्तुत किया, वह वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शन का आधार है। उनके प्रयासों और दूरदर्शिता के कारण ही भारतीय लोकतंत्र को मजबूती और स्थायित्व मिला।
डॉ. भीमराव राम अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति की अध्यक्षता की और स्वतंत्र भारत की पहली सरकार में कानून एवं न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया। बाद में उन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाया और दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया। उनके सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक योगदान ने भारतीय समाज में गहरी छाप छोड़ी।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुनः यह स्पष्ट किया कि बाबा साहेब अंबेडकर के विचार और आदर्श आज भी देश में सामाजिक समानता और न्याय के निर्माण में मार्गदर्शक हैं। उनका जीवन और उनके सिद्धांत सभी नागरिकों के लिए अनुकरणीय हैं और भारतीय लोकतंत्र की मजबूत नींव में सदैव याद किए जाएंगे।

