टीएमसी पर हमला करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट के जज ने इस्तीफे की घोषणा की
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजनीति में मचे घमासान के बीच कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। अभिजीत गंगोपाध्याय पांच मार्च को इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखेंगे। अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि अगर राजनीति में मौका मिलेगा तो वे राजनीतिक क्षेत्र में जा सकते हैं।
अभिजीत गंगोपाध्याय ने एक इंटरव्यू में कहा कि चार मार्च उनका आखिरी वर्किंग डे होगा। वह कलकत्ता हाई कोर्ट में एलॉट किए गए मामलों की सुनवाई पूरी करेंगे और फिर इस्तीफा देंगे। गंगोपाध्याय ने कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस के तौर पर शिक्षक भर्ती घोटाला सहित कई मामलों में फैसला सुनाकर सुर्खियां बटोरी थीं।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी और सीएम, ममता बनर्जी के लिए कई बार मुश्किलें खड़ी करने वाले कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने कहा, “अगर मैं किसी राजनीतिक दल में शामिल होता हूं और वे मुझे नामांकित करते हैं, तो मैं निश्चित रूप से उस फैसले पर विचार करूंगा।”
न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय अगस्त 2024 में न्यायिक सेवाओं से सेवानिवृत्त होने वाले थे। वह वर्तमान में श्रम मामलों और औद्योगिक संबंधों से संबंधित मामलों की सुनवाई कर रहे हैं। अपने फैसले की घोषणा करते हुए उन्होंने कथित भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा, ”राज्य बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है। यहां चोरी और लूट का राज चल रहा है। एक बंगाली होने के नाते मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकता। मुझे नहीं लगता कि राज्य के वर्तमान शासक लोगों के लिए कोई अच्छा काम कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ व्यवस्था द्वारा उन्हें दी गई चुनौती ने उन्हें यह निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ”मैं इस चुनौती के लिए सत्तारूढ़ दल को धन्यवाद देना चाहता हूं।”
जब जस्टिस गंगोपाध्याय से इस्तीफे का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मौजूदा सत्ताधारी पार्टी (TMC) के कई लोगों ने मुझे चुनौती दी है। उन्होंने मुझे यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया। मैं इसके लिए सत्तारूढ़ दल को बधाई देना चाहता हूं।
गंगोपाध्याय के ऐलान पर टीएमसी के राज्य प्रवक्ता देबांगशु भट्टाचार्य ने कहा कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि वह एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता हैं। हमें सही साबित करने के लिए हम आज उन्हें धन्यवाद देते हैं।न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय अगस्त 2024 में न्यायिक सेवाओं से सेवानिवृत्त होने वाले थे। वह वर्तमान में श्रम मामलों और औद्योगिक संबंधों से संबंधित मामलों की सुनवाई कर रहे हैं।