ISCPress

पुलिस का दावा TRP बढ़ाने के लिए अर्नब गोस्वामी ने दी थी रिश्वत

रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी की रोज़ ब रोज़ मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मुंबई पुलिस ने TRP घोटाला केस की जांच करने के बाद दावा किया है कि अर्नब ने अपने चैनल की TRP बढ़ाने के लिए ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के पूर्व सीईओ दासगुप्ता को रिश्वत दी थी।

पुलिस का ये दावा अर्नब और दासगुप्ता के बीच कथित वॉट्सऐप चैट के हवाले से है जिस चैट को पुलिस ने सबूत के तौर पर भी पेश किया है।

आपको बता दें कि मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले के केस में 11 जनवरी को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी और BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के पूर्व सीईओ के बीच वॉट्सऐप पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट भी सबूत के तौर पर इस्तेमाल किए हैं।

चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस बातचीत में अर्नब गोस्वामी ने कई मौकों पर दासगुप्ता की तरफ से राजनीतिक नेतृत्व से मध्यस्थता करने का प्रस्ताव दिया है। दोनों के बीच हुई चैट में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से लेकर सूचना प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ तक का नाम लिया गया है।

पुलिस ने इसी चैट को बेस बनाते हुए दावा किया है कि अर्नब ने रिपब्लिक टीवी के दो चैनलों को सबसे ज्यादा टीआरपी के साथ दिखाने के लिए दासगुप्ता को रिश्वत दी थी। पुलिस ने दोनों के बीच हुई बातचीत के करीब 200 पन्ने अपनी चार्जशीट में शामिल किए हैं।

ये बात भी क़ाबिले ग़ौर है कि इन चैट्स में एक जगह BARC सीईओ भाजपा के लिए किए गए एहसानों के बारे में बताकर संस्थान के खिलाफ की जा रही शिकायतों से पल्ला झाड़ते हैं। जबकि अर्नब गोस्वामी उन्हें पीएमओ और अन्य मंत्रियों से मध्यस्थता कराने का प्रस्ताव देते हैं और दावा करते हैं कि सभी मंत्री उनके साथ हैं।

 

Exit mobile version