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ख़ालिस्तान समर्थक ऑस्ट्रियाई नेता, गुंथर फेलिंगर का भारत विरोधी बयान

ख़ालिस्तान समर्थक ऑस्ट्रियाई नेता, गुंथर फेलिंगर का भारत विरोधी बयान

भारत आज चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर महाशक्ति की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इसी प्रगति से कुछ ताक़तें असहज हो रही हैं। यूरोप में बैठे कुछ साम्राज्यवादी मानसिकता वाले नेताओं को भारत की तरक्की हजम नहीं हो रही। इसी कड़ी में ऑस्ट्रिया के राजनेता और नाटो विस्तार समर्थक लॉबिस्ट गुंथर फेलिंगर ने भारत को तोड़ने की बात कही है।

फेलिंगर की ख़ालिस्तान समर्थक टिप्पणियाँ

फेलिंगर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर ख़ालिस्तान हैंडल से जुड़ी चर्चा में हिस्सा लिया और कहा कि भारत को कई टुकड़ों में बांटकर उसे आज़ादी से पहले वाली स्थिति में लौटाया जाना चाहिए। उन्होंने इस चर्चा में ख़ालिस्तानी आतंकवादियों को भारत से अलग देश बनाने का “तरीका” भी समझाया।

अपने पोस्ट में फेलिंगर ने लिखा— “आज मैंने ‘सिख नैरेटिव’ हैंडल के साथ दो घंटे चर्चा की कि ख़ालिस्तान की आज़ादी कैसे हासिल की जाए और भारत के लोगों को तथाकथित रूस-समर्थक तानाशाह नरेंद्र मोदी के चंगुल से कैसे आज़ाद किया जाए।” उन्होंने आगे भारत की नीतियों को “भयावह” बताते हुए ब्रिक्स को भी निशाना बनाया।

फेलिंगर कौन हैं?

गुंथर फेलिंगर ऑस्ट्रिया के एक राजनीतिक कार्यकर्ता और इन्फ्लुएंसर हैं। वे यूरोपीय कमेटी फॉर नाटो इनलार्जमेंट नामक लॉबी समूह चलाते हैं, जो ऑस्ट्रिया, कोसोवो, यूक्रेन, आर्मेनिया और मोल्दोवा समेत कई यूरोपीय देशों को नाटो में शामिल करने की मुहिम चलाता है। हालांकि, वे नाटो के अधिकारी नहीं हैं और न ही आधिकारिक रूप से इस सैन्य गठबंधन से जुड़े हुए हैं।

भारत-विरोधी अभियान

फेलिंगर इससे पहले भी भारत और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार कर चुके हैं। इस बार उनका ख़ालिस्तान समर्थकों के साथ जुड़ना और खुले तौर पर भारत को तोड़ने की वकालत करना एक गंभीर साजिश की ओर इशारा करता है।

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