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गठबंधन दलों ने कांग्रेस का 12 फीसदी वोट काट दिया: ममता बनर्जी

गठबंधन दलों ने कांग्रेस का 12 फीसदी वोट काट दिया: ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह जनता की हार नहीं है, बल्कि कांग्रेस की हार है. उन्होंने गठबंधन दलों को साथ मिलकर काम करने की कामना की. INDIA गठबंधन के आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के राज्यों के चुनाव में उम्मीदवार उतारे जाने पर सीएम ममता ने नाराजगी जाहिर की. मुख्यमंत्री ने बताया कि गठबंधन दल ने कांग्रेस का 12 फीसदी वोट काट दिया है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि चुनाव में लोकतंत्र ध्वस्त हो गया.

ममता बनर्जी ने सीट बंटवारे का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने पहले ही इसके लिए सुझाव दिए थे. यह वोट काटने की राजनीति है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ‘हम गलतियों से सीखेंगे .बता दें कि केवल मध्य प्रदेश में ही समाजवादी पार्टी ने 69 सीटों पर चुनाव लड़ा था. और उसे सिर्फ 0.46 फीसदी मत मिले, हालांकि इन सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जीत नहीं पाए, लेकिन किसी न किसी रूप में उसने कांग्रेस उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाया और बीजेपी को फायदा.

उसी तरह से तरह से बसपा ने भी क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और उसे भी कांग्रेस के साथ सीटों में नुकसान का सामना करना पड़ा. 2018 की अपेक्षा सीटों और वोट प्रतिशत घटे हैं. राजस्थान में बसपा छह सीटें जीती थी. इस बार केवल दो सीटें दी जीत पाई है.

पश्चिम बंगाल की सीएम ने विधानसभा में बोलते हुए किसी विशेष दल का नाम लिए बगैर कहा कि छोटी पार्टियां बीजेपी के लिए काम कर रही है. ये बीजेपी की जीत नहीं है. यह केवल अभियान नहीं है. कोई रणनीति नहीं थी. सिर्फ तकनीक से काम नहीं चलेगा. सीएम का कहना है, “हमें गलतियों से सीखना चाहिए. अगर सीट बंटवारा हुआ तो 2024 में बीजेपी वापस नहीं आएगी. यहां वे लड्डू बांट रहे हैं, दिल्ली के लड्डू के बारे में क्या?”

सीएम ममता बनर्जी का कहना है कि जो चोर होते हैं, वो तो चोर ही चिल्लाते हैं. बीजेपी हमें क्रॉस अटैक की धमकी दे रही है. सीएम ने कहा, “आप कुछ नहीं कर सकते. मैं बीजेपी को चुनौती देती हूं. ममता ने कहा, ‘अगर INDIA गठबंधन ने सीटों पर समझौता किया होता तो 3 राज्यों में नतीजे अलग हो सकते थे. हमने पहले भी कहा है, और अब भी कह रहे हैं, आइए सीटों पर समझौता लें. अगर सीटों पर समझौता हुआ होता तो ऐसा नहीं होता.

तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी को INDIA गठबंधन का चेहरा बनाने की कोशिश में है. चुनाव के नतीजे के तुरंत बाद ही टीएमसी के एक नेता ने कहा कि अब गठबंधन की बागडोर टीएमसी को दे देनी चाहिए. इनके अलावा आज खुद अभिषेक बनर्जी ने कहा, ”जनता तय करेगी कि चेहरा ममता बनर्जी होंगी या राहुल गांधी या अरविंद केजरीवाल या उद्धव ठाकरे…अगर आपको लगता है कि बीजेपी की यह जीत पश्चिम बंगाल में दिखाई देगी, तो मुझे ऐसा नहीं लगता, क्योंकि बंगाल का चुनाव बंगाल के मुद्दों पर लड़ा जाएगा – छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश या राजस्थान में जो हुआ उस पर नहीं…”

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