सोनिया गांधी पर आरोप पूरी तरह झूठे और बेबुनियाद: प्रियंका का जवाब
दिल्ली की एक अदालत ने कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नोटिस जारी किया है। आरोप लगाया गया है कि उन्होंने भारतीय नागरिकता प्राप्त करने से पहले ही नई दिल्ली की वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करा लिया था। शिकायत के अनुसार, सोनिया गांधी का नाम 1980 की मतदाता सूची में दर्ज था, जबकि उन्हें भारतीय नागरिकता 1983 में मिली थी, जिसे कानून का उल्लंघन बताया गया है।
इस नोटिस के सामने आते ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपनी मां के बचाव में उतरते हुए सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। मीडिया से बातचीत में प्रियंका ने कहा कि सोनिया गांधी ने हमेशा कानून का पालन किया और वोट डालने का अधिकार केवल नागरिक बनने के बाद ही इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “ये आरोप बिल्कुल झूठे हैं। अगर कोई दावा करता है तो उसे सबूत दिखाने चाहिए।”
प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि उनकी मां ने पूरी जिंदगी देश की सेवा की है, मगर इस उम्र में उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। उनके अनुसार, “वह अब 80 साल की होने वाली हैं। इस उम्र में उनके खिलाफ ऐसे आधारहीन मामले उठाना ठीक नहीं है।”
यह नोटिस ऐसे समय में आया जब संसद भवन में सोनिया गांधी का जन्मदिन मनाया जा रहा था। कांग्रेस संसदीय दल के कार्यालय में एक छोटी सी समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें नेताओं ने उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सोनिया गांधी को जन्मदिन की शुभकामनाएँ देते हुए उनके स्वस्थ और लंबी आयु की कामना की।
कांग्रेस का कहना है कि यह मामला राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित है और सोनिया गांधी की दशकों की सेवा के बावजूद उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि, कोर्ट में इस नोटिस का उचित जवाब दिया जाएगा।

