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आरएसएस से जुड़े लोगों को बचाने के लिए अक्षय शिंदे का एनकाउंटर किया गया: विजय वडेट्टीवार

आरएसएस से जुड़े लोगों को बचाने के लिए अक्षय शिंदे का एनकाउंटर किया गया: विजय वडेट्टीवार

बदलापुर यौन शोषण मामले के आरोपी अक्षय शिंदे (24) की पुलिस एनकाउंटर में मौत पर विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा ने स्कूल से जुड़े आरएसएस से संबद्धित लोगों को बचाने के लिए अक्षय शिंदे का एनकाउंटर किया है। विपक्षी नेता ने इस मामले में न्यायिक जांच की भी मांग की है।

मंत्रालय के पास स्थित अपने निवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विजय वडेट्टीवार ने कहा, “हमने मांग की थी कि बदलापुर में नाबालिग छात्राओं के साथ यौन शोषण करने के मामले में आरोपी अक्षय शिंदे को फांसी की सजा दी जाए, लेकिन भाजपा ने इस मामले में शामिल आरएसएस से जुड़े लोगों को बचाने के लिए उसका एनकाउंटर कर दिया।”

विपक्षी नेता ने इस मामले पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले के दोषी को फांसी देने की घोषणा की थी, तो क्या यह फांसी इस तरह दी जानी थी? एनकाउंटर के बारे में मुख्यमंत्री ने बताया था कि तलोजा से ठाणे ले जाते समय आरोपी ने पुलिस वैन में एक अधिकारी से बंदूक छीनकर उन पर तीन गोलियां चलाईं।

विपक्षी नेता द्वार उठाए गए सवाल
1.विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, तलोजा जेल से ठाणे पुलिस को सौंपते समय जो वीडियो है, उसमें आरोपी के दोनों हाथों 2.में हथकड़ी लगी हुई है और उसके मुंह पर नकाब था, तो उसने पुलिस अधिकारी की बंदूक कैसे छीनी?
पुलिस अधिकारी की बंदूक लॉक क्यों नहीं थी?
3.जब उसे गाड़ी से उतारा जा रहा था, तो उसके बाएं और दाएं दोनों तरफ पुलिस वाले बैठे थे। अगर बाएं और दाएं दोनों तरफ पुलिस वाले बैठे थे तो आरोपी का हाथ पुलिस की बंदूक तक कैसे पहुंचा?
4.आरोपी ने बंदूक का लॉक कैसे खोला, जिससे पुलिसकर्मियों ने गोलियां चलाईं?
5.अधिकारियों ने कितनी दूर से गोलियां चलाईं, जिससे वह घायल हो गया?

ये सवाल वडेट्टीवार ने उठाया था। वडेट्टीवार ने आगे कहा कि पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट हास्यास्पद है। पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में इन सवालों का कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है, बल्कि प्रेस रिलीज़ से और भी सवाल खड़े होते हैं। विजय वडेट्टीवार ने कहा, “अक्षय शिंदे स्कूल के ट्रस्टीयों के कारनामों को उजागर कर सकता था, लेकिन अब उसे खत्म कर दिया गया है। इसलिए मैं इस एनकाउंटर केस की न्यायिक जांच की मांग करता हूं।”

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