अजय कुमार भल्ला मणिपुर और आरिफ मोहम्मद खान बिहार के राज्यपाल नियुक्त
हिंसा से प्रभावित मणिपुर में 31 जुलाई से कोई पूर्णकालिक राज्यपाल नहीं था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया। इसके साथ ही कई राज्यों में राज्यपाल स्तर पर बदलाव किए गए हैं।
मणिपुर की स्थिति:
मणिपुर, जहां मई 2023 से जातीय हिंसा जारी है, पिछले जुलाई से पूर्णकालिक राज्यपाल से वंचित था। अजय कुमार भल्ला, 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी, अब मणिपुर के नए राज्यपाल होंगे। वे 2019 से 2024 के बीच केंद्रीय गृह सचिव के पद पर रह चुके हैं। मणिपुर में अब तक लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, असम के राज्यपाल होने के साथ-साथ अतिरिक्त राज्यपाल के रूप में कार्य कर रहे थे, जो अब यह जिम्मेदारी भल्ला को सौंपेंगे।
अन्य राज्यपाल नियुक्तियां:
आरिफ मोहम्मद खान: 2019 से केरल के राज्यपाल रहे आरिफ मोहम्मद खान को फिर से बिहार का राज्यपाल बनाया गया है। बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सत्ता में है, और राज्य में विधानसभा चुनाव नवंबर 2025 तक होने की संभावना है।
राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर: बिहार के वर्तमान राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर को केरल स्थानांतरित किया गया है। अर्लेकर गोवा के भाजपा नेता हैं और इससे पहले हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं।
रघुवर दास: ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास का इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है। उनकी जगह मिजोरम के राज्यपाल हरि बाबू कम्भमपति को नियुक्त किया गया है। हरि बाबू आंध्र प्रदेश से हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं।
विजय कुमार सिंह: पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) विजय कुमार सिंह को मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वे 2014 से 2023 तक केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लिया था।
आरिफ मोहम्मद खान केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार के साथ मतभेदों के कारण अक्सर चर्चा में रहते थे। रघुवर दास, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, और हरि बाबू कम्भमपति, भाजपा के वरिष्ठ नेता, को उनकी राजनीतिक सेवाओं के आधार पर महत्वपूर्ण राज्यों में जिम्मेदारी दी गई है। ये नियुक्तियां राजनीतिक रणनीति और आगामी चुनावों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।