देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध से पैदा हुई स्थिति पर बयान दिया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत ने चीन को हर स्तर पर स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी को भी अपने क्षेत्र का एक इंच भी हिस्सा नहीं लेने देगा और हमारी सेना देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ।
उन्होंने कहा बातचीत के लिए हमारी रणनीति और स्थिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर आधारित है कि हम किसी को भी अपनी जमीन का एक इंच हिस्सा नहीं लेने देंगे। हमारी प्रतिबद्धता का नतीजा है कि हम समझौते की स्थिति में पहुंच चुके हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच हुए समझौते पर विस्तार से बात करते हुए कहा “मुझे सदन को सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि पांगोंग झील के उत्तर और दक्षिण की ओर से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी हमारी स्थिति और स्थायी वार्ता का परिणाम है।
इस समझौते के अनुसार, दोनों पक्ष समझौता ऐरिया पर तैनात सैनिकों को धीमे धीमे करके हटा लेंगे। राजनाथ सिंह ने कहा कि वो सदन को आश्वस्त करना चाहते हैं कि देश ने वार्ता में कुछ भी नहीं खोया है और वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ कुछ क्षेत्रों में तैनाती और गश्त से संबंधित कुछ मुद्दे अभी भी लंबित हैं और उन पर चर्चा की जाएगी और विशेष ध्यान दिया जाएगा। । रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच अगले दौर की वार्ता शुक्रवार को फिर से होगी।
राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि द्विपक्षीय समझौते और प्रोटोकॉल के तहत सैनिकों को जल्द से जल्द वापस बुला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन भी देश की संप्रभुता की रक्षा करने के हमारे इरादों से भी अवगत है और उम्मीद है कि शेष मुद्दों को सुलझाने के लिए भी चीन हमारे साथ काम करेगा।