जेजेपी विधायक के बाद कुरुक्षेत्र में बीजेपी सांसद नायब सैनी पर फूट पड़े लोग
बुधवार को जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह को थप्पड़ जड़ने के बाद बाढ़ से हुई तबाही झेल रहे लोगों का गुस्सा आज कुरुक्षेत्र में बीजेपी सांसद नायब सैनी पर फूट पड़ा। लोगों ने सांसद के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए कहा कि जब हालात बिगड़ जाते हैं तो राजनीति करने आते हो। साथ ही लोगों ने पूछा कि अब तक कहां थे। इतना ही नहीं, जब बीजेपी सांसद वहां से जाने लगे तो महिलाएं उनकी गाड़ी के सामने खड़ी हो गईं।
दरअसल, हरियाणा में यह हालात यूं ही नहीं बने हैं। कई दिन तक बारिश और बाढ़ से लोग जूझ रहे थे, लेकिन पूरा प्रशासनिक तंत्र गायब था। खुद सरकार के आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि राज्य में बाढ़ से भारी तबाही हुई है। सरकार के जारी आंकड़ों के मुताबिक, फरीदाबाद, अंबाला, फतेहाबाद, पंचकूला, झज्जर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत और यमुनानगर समेत राज्य के 11 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। मतलब 22 जिलों वाले प्रदेश का आधा हिस्सा बाढ़ से प्रभावित है।
राज्य के 854 गांवों में बाढ़ से नुकसान हुआ है, जबकि 16 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, वास्तविक नुकसान इससे कहीं अधिक बताया जा रहा है। यही वजह है कि लोगों में गुस्सा ज्यादा है। कुरुक्षेत्र में बीजेपी सांसद इसी का शिकार हुए। बताया जा रहा है कि कुरूक्षेत्र के शहरी इलाकों में 4 से 5 फुट तक पानी भर गया है। हर तरफ पानी ही पानी है।
पिछले कई दिनों से लगातार बारिश के कारण दबखेड़ी में ड्रेन टूटने के कारण पानी गांव से होते हुए कुरुक्षेत्र के शहरी इलाकों में प्रवेश कर रहा है। हालत यह है कि पिहोवा रोड पर खेत और सड़क एक समान नजर आ रहे हैं। वहीं, न्यू कॉलोनी दीदार नगर में तेजी से भरे पानी के कारण लोग खौफजदा हैं।
लोगों ने अपने घरों के सामने मिट्टी के कट्टे लगाने शुरू कर दिए और जिनके घर गली के लेवल से नीचे हैं उन्होंने अपना सामान दूसरी मंजिल पर या कहीं और सुरक्षित जगह रखना शुरू कर दिया। तमाम लोग तो अपने घरों में ताला लगाकर रिश्तेदारों के यहां जाने के लिए मजबूर हैं। इन हालात में सामाजिक संस्थाओं ने तो मदद पहुंचाई, लेकिन सरकारी तंत्र पूरी तरह गायब था।
इन्हीं हालात के बीच, कई दिन बाद जनता के गुस्से को देखते हुए गुरुवार को ट्रैक्टर पर सवार होकर सांसद नायब सैनी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने पहुंचे थे। लेकिन उन्हें देखकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने न केवल सांसद का घेराव किया, बल्कि उनके सामने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। सांसद को सुरक्षा कर्मियों ने बड़ी मुश्किल से लोगों के बीच से निकाला। जब वह जाने लगे तो महिलाएं गाड़ी के आगे खड़ी हो गईं। लोगों में गुस्सा इस बात का था कि हालात बिगड़ने पर ही क्यों राजनीति करने आते हैं।