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हिजाब पहनने पर अडी छात्राओं को कॉलेज के गेट से लौटाया

हिजाब पहनने पर अडी छात्राओं को कॉलेज के गेट से लौटाया

कर्नाटक के उडुपी जिले के कुंडापुर में स्थित सरकारी प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज के बाहर छात्राएं हिजाब पहनने पर अड़ी हुई हैं।

हिजाब को लेकर भाजपा शासित कर्नाटक के उडुपी जिले के कुंडापुर में स्थित है प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज छात्राओं को हिजाब पहनने पर प्रवेश देने से इनकार करने के बाद से विवाद गहराया हुआ है। हिजाब को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है।

छात्राओं का कहना है कि वह बिना हिजाब के कॉलेज में प्रवेश नहीं करेंगी वहीं कॉलेज प्रशासन भी छात्राओं को हिजाब के साथ क्लास में बैठने देने की अनुमति देने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। हिजाब पहनकर कॉलेज पहुंची छात्राओं को टीचर ने स्कूल के गेट से ही वापस लौटा दिया है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार हिजाब को लेकर छात्राओं एवं शिक्षकों में बहस हो रही है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए कहा है कि यह समस्या 20 दिन पहले से ही शुरू हुई है। छात्राओं ने पहले हिजाब नहीं पहना था लेकिन अब हिजाब पहनने पर अड़ी हुई हैं।

 

उडुपी के कुंडापुर की एक छात्रा का कहना है कि हिजाब हमारी जिंदगी का हिस्सा है। हमसे पहले हमारी सीनियर्स भी इसी कॉलेज में हिजाब पहनकर पढ़ती रही हैं। अचानक यह नया नियम कैसे लागू हो गया ? हिजाब से आखिर क्या दिक्कत है ? उस समय पहले तक तो कोई समस्या नहीं थी ?

याद रहे कि इससे पहले भी हिजाब पहनकर आने वाली मुस्लिम छात्राओं को कॉलेज के प्राचार्य ने गेट पर ही रोक दिया था। कॉलेज प्राचार्य का कहना है कि वह कक्षाओं के अंदर हिजाब पहनने की अनुमति नहीं दे सकते और छात्राओं को क्लास में जाने के लिए हिजाब उतारना ही होगा।

इस मुद्दे पर छात्राओं ने प्राचार्य से बात की और कहा कि यथास्थिति के सरकारी आदेश में इस कॉलेज का कोई उल्लेख नहीं किया गया है जिस पर प्राचार्य ने कहा कि सरकार की ओर से जारी परिपत्र पूरे राज्य में लागू होता है।

बता दें कि मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने के विरोध में दक्षिणपंथी हिंदू छात्र भी भगवा चोला पहनकर कक्षाओं में चले आए थे हालाँकि बृहस्पतिवार को ऐसा कोई विरोध प्रदर्शन दक्षिणपंथी भगवाधारी छात्रों की ओर से नहीं हुआ।

वहीँ क्षेत्रीय विधायक श्रीनिवास शेट्टी एवं छात्राओं के अभिभावकों के बीच बुलाई गई बैठक में भी कोई समाधान नहीं बन पाया है। छात्राओं के अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चों को हिजाब पहनने का अधिकार है। वहीं राज्य के मत्स्य पालन मंत्री और स्थानीय जिला प्रभारी ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा कक्षाओं के अंदर हिजाब को प्रतिबंधित करने का आदेश तब तक लागू रहेगा जब तक इस मुद्दे पर नियुक्त कमेटी अपनी रिपोर्ट नहीं देती। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों में निर्धारित ड्रेस कोड का पालन होगा, अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग ड्रेस कोड नहीं हो सकते।

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