7 सितम्बर,आज भारत में पूर्ण चंद्रग्रहण, 82 मिनट तक दिखेगा “ब्लड मून”
7 सितम्बर की रात भारत में पूर्ण चंद्रग्रहण का नज़ारा किया जा सकेगा। इस चंद्रग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट होगी। इस रात आसमान पर पूर्ण चंद्रग्रहण होगा जिसे “रक्त चंद्र” (ब्लड मून) कहा जाता है। इस प्रक्रिया में चंद्रमा पृथ्वी की छाया से गुज़रेगा, जिसके कारण उसका रंग लाल, हरा और नारंगी दिखाई देगा। खगोलविदों ने इसे मनमोहक और अद्भुत करार दिया है। यह ग्रहण ८२ मिनट का होगा और इसे बिना किसी चश्मे के, सुरक्षित रूप से नंगी आंखों से देखा जा सकेगा।
क्यों लाल दिखाई देता है चंद्रमा?
वैज्ञानिकों के अनुसार, चंद्रग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। इस दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। “रेली स्कैटरिंग” की प्रक्रिया के कारण सूर्य की किरणें वायुमंडल से गुजरते हुए लालिमा धारण कर लेती हैं और यही लाल रोशनी चंद्रमा की सतह पर पड़ती है। इस वजह से चंद्रमा लाल, नारंगी या कभी-कभी हल्के हरे रंग में दिखाई देता है।
बिना चश्मे के देख सकेंगे लोग
खगोलविदों ने बताया कि यह ग्रहण पूरी तरह सुरक्षित है और लोग इसे बिना किसी चश्मे या उपकरण के नंगी आंखों से देख सकते हैं। इस दौरान चंद्रमा का बदलता हुआ रंग एक मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करेगा।
कब और कैसे दिखेगा चंद्रग्रहण?
ग्रहण की शुरुआत: 7 सितम्बर रात 9:58 बजे
पूर्ण चंद्रग्रहण: रात 11:00 बजे
ग्रहण का समापन: रात 1:26 बजे
भारत और एशिया में साफ़ दखेगा
यह चंद्रग्रहण भारत समेत एशिया के कई हिस्सों में साफ़ तौर पर देखा जा सकेगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह घटना न केवल खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी प्रकृति के रहस्यों को नजदीक से समझने का अवसर है।

