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बिहार में ‘9 दिनों में पुल ढहने की 5वीं’ घटना

बिहार में ‘9 दिनों में पुल ढहने की 5वीं’ घटना

बिहार: बिहार में एक और निर्माणाधीन पुल ढह गया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार पुल ढहने की ख़बरें सामने आ रही हैं। ताजा मामला मधुबनी का है। इस इलाके के भूतही नदी पर निर्माणाधीन पुल का गर्डर (बीम ) गिर गया। करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस पुल का निर्माण चार वर्षों से हो रहा है। कुल 75 मीटर लंबी निर्माणाधीन पुल का 25 मीटर हिस्सा धराशायी हो गया। बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर बढ़ने से निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिरा है।

बिहार में इस तरह के हादसे कई सालों से लगातार हो रहे हैं। सरकारें बदलतीं रहीं मगर पुल गिरने की घटनाएं लगातार सामने आती रहीं। चाहे जदयू-राजद की सरकार हो या जदयू-भाजपा की सरकार। इससे पहले गुरुवार को किशनगंज जिले में एक पुल ढह गया था। 23 जून को पूर्वी चंपारण जिले में एक निर्माणाधीन छोटा पुल ढह गया था। 22 जून को सीवान में गंडक नहर पर बना एक पुल ढह गया। 19 जून को अररिया में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह गया।

इससे पहले गुरुवार को किशनगंज जिले में एक पुल ढह गया था। 23 जून को पूर्वी चंपारण जिले में एक निर्माणाधीन छोटा पुल ढह गया था। 22 जून को सीवान में गंडक नहर पर बना एक पुल ढह गया। 19 जून को अररिया में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह गया। 12 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल उद्घाटन से पहले ही ढह गया।

सिकटी विधायक विजय कुमार ने एएनआई से कहा, ‘निर्माण करने वाली कंपनी के मालिक की लापरवाही के कारण पुल ढह गया है। हम मांग करते हैं कि प्रशासन इसकी जांच करे।’ तब आरजेडी ने आरोप लगाया था, ‘एनडीए की सरकार आते ही जगह जगह पुल गिरने चालू हो जाते हैं! कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार का वह नंगा नाच होता है कि एनडीए नेताओं, भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों की चांदी हो जाती है!’

मधुबनी में पुल ढहने पर तेजस्वी यादव ने इसको ख़बरों में नहीं दिखाए जाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने पुल का एक वीडियो फुटेज साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘𝟗 दिन के अंदर बिहार में यह 𝟓वाँ पुल गिरा है। मधुबनी-सुपौल के बीच भूतही नदी पर वर्षों से निर्माणाधीन पुल गिरा। क्या आपको पता लगा? नहीं तो, क्यों? बूझो तो जानें?

बता दें कि इस साल मार्च में बिहार के सुपौल में एक निर्माणाधीन पुल के ढहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य फंस गए थे। पुल ढहने के बाद मरीचा के पास निर्माण स्थल पर अफरा-तफरी मच गई थी, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों और स्वयंसेवकों को बचाव कार्य में जुटना पड़ा था। कोसी नदी पर 984 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा था। यह दुर्घटना बिहार के भागलपुर में एक निर्माणाधीन पुल के ढहने की घटना से काफी मिलती-जुलती है, जिसके बाद राज्य सरकार और विपक्षी भाजपा के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी।

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