Site icon ISCPress

जम्मू में भारी बारिश से वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन के कारण 32 लोगों की मौत

जम्मू में भारी बारिश से वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन के कारण 32 लोगों की मौत

जम्मू-कश्मीर में जारी मूसलाधार बारिश ने माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर बड़ा हादसा कर दिया है। रियासी ज़िले के अर्धकुंवारी इलाके में 26 अगस्त को भूस्खलन हुआ, जिसमें अब तक 32 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार, इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास कई यात्री मलबे में दब गए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और वायुसेना की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। संभावना जताई जा रही है कि अभी भी कुछ लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं।

हादसा कटरा से मंदिर तक जाने वाले 12 किलोमीटर लंबे रास्ते के बीच में हुआ। यह वही मार्ग है जिसे प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु तय करते हैं। मंगलवार दोपहर तक यात्रा पुराने मार्ग पर जारी रही थी, लेकिन बारिश तेज होने के बाद अधिकारियों ने सुरक्षा के लिहाज़ से यात्रा रोक दी। हिमकोटि मार्ग पहले ही सुबह बंद कर दिया गया था।

घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुःख 
घटना के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए हैं। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी स्थिति पर अपडेट दिया और बताया कि पीएम व्यक्तिगत रूप से रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा प्राथमिकता बिजली, पानी और मोबाइल सेवाओं की बहाली है।

राहत कार्यों के लिए भारतीय वायुसेना ने सी-130 परिवहन विमान के जरिए एनडीआरएफ का राहत सामग्री जम्मू पहुंचाई। इसके साथ ही चिनूक और एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर भी तैयार रखे गए हैं ताकि ज़रूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल हो सके। जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर और पठानकोट के एयरबेस पर इन्हें तैनात किया गया है।

भारी बारिश के कारण जम्मू संभाग के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। हालांकि अधिकारियों ने राहत की बात कही कि तवी नदी का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन चिनाब नदी अभी भी खतरे के निशान के करीब बह रही है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि पुंछ और राजौरी को छोड़कर पूरे जम्मू संभाग में बारिश अब भी जारी है, हालांकि इसकी तीव्रता कुछ कम हुई है। वहीं प्रशासन और सुरक्षा बल रातभर बिजली-पानी की आपूर्ति बहाल करने में लगे हुए हैं।

इस त्रासदी ने एक बार फिर याद दिलाया है कि मौसम की मार के बीच यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना चुनौतीपूर्ण है। वैष्णो देवी जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल पर हज़ारों श्रद्धालुओं की जान सुरक्षित रखना प्रशासन के लिए बड़ी ज़िम्मेदारी है।

Exit mobile version