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30 लाख ख़ाली पद पर 71000 नियुक्ति पत्र बांटना हास्यास्पद: खड़गे

30 लाख ख़ाली पद पर 71000 नियुक्ति पत्र बांटना हास्यास्पद: खड़गे

गुजरात चुनाव की तैयारियां ज़ोरो पर हैं,सभी पार्टियों ने जीत के लिए कमर कास ली है, एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में कोई किसी से पीछे नहीं है। गुजरात,और हिमाचल चुनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने रोज़गार मेला लगाकर जहाँ जीत के लिए एक बड़ा दांव खेला है वहीं विपक्ष को हमला करने का भी मौक़ा दे दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोज़गार मेले पर कांग्रेस के नव निर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रश्न उठाते हुए कटाक्ष किया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब 30 लाख पद ख़ाली पड़े हैं तो उसके लिए 71000 पदों पर ही नियुक्तियां क्यों हो रही हैं ? 30 लाख पदों पर नियुक्तियां करने में क्या मुश्किल है ? 30 लाख पदों की जगह सिर्फ़ 71000 पदों पर नियुक्तियां “ऊँट के मुंह में ज़ीरा ” के समान है।

उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया आपने हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था,आठ साल में सोलह करोड़ नौकरियां हुईं, आपके उस वादे का क्या हुआ? 16 करोड़ की जगह चुनाव के वक़्त सिर्फ़ 71000 नौकरियों पर रोज़गार मेला क्यों? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज हमारे देश में बेरोज़गारी बढ़ती जा रही है। आज देश का युवा रोज़गार न मिलने के कारण निराश है। अगर हमारी सरकारी बानी तो हम देश के युवाओं को रोज़गार देंगे ताकि हमारे युवा किसी मानसिक तनाव में न रहें।

सरकार द्वारा पेश आंकड़ों से हुआ खुलासा!

लोकसभा में सरकार द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों के अनुसार, मई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने से लेकर जुलाई 2022 तक अलग अलग सरकारी विभागों में कुल 7 लाख 22 हजार 311 आवेदकों को सरकारी नौकरी दी गई है। सरकार द्वारा दिए आंकड़ों के अनुसार, सबसे कम नौकरी 2018-19 में महज 38,100 लोगों को ही मिली, जबकि उस साल सबसे ज्यादा यानी 5,करोड़ 9 लाख 36 हजार 479 लोगों ने आवेदन किया था। साल 2019 -20 में पिछले साल के मुकाबले अधिक यानी 1,47,096 युवा सरकारी नौकरी हासिल करने में सफल रहे।

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