व्हाट्सअप ने भारत सरकार के ख़िलाफ़ दर्ज की शिकायत, भारत सरकार व्हाट्सअप के बुधवार से लागू होने वाले नियमों को रोकने की मांग कर रही है जिसके ख़िलाफ़ व्हाट्सप्प ने दिल्ली में भारत सरकार के ख़िलाफ़ मुकदन दर्ज किया है एक्सपर्ट्स का मानना है कि कैलिफोर्निया स्थित फेसबुक (एफबी.ओ) यूनिट को प्राइवेसी सिक्योरिटी तोड़ने के लिए मजबूर करेगा.
अमेरिकी न्यूज़ एजेंसी रॉयटर के अनुसार भारत का कहना है कि व्हाट्सअप के नए नियम भारत के संविधान में प्राइवेसी अधिकारों का उल्लंघन है इस लिए वो देश में व्हाट्सप्प के नए प्राइवेसी क़ानूनों को लागू नहीं कर सकते क्योंकि इसके लिए सोशल मीडिया कंपनियों को “सूचना के पहले प्रवर्तक” (first originator of information) की पहचान करने की आवश्यकता होती है और अधिकारी इसकी मांग करते हैं.
हालाँकि कानून के अनुसार वाट्सऐप को केवल उन लोगों को बेनकाब करने की आवश्यकता है, जिन पर गलत काम करने का आरोप लगाया गया है,
बता दें कि रॉयटर इस बात की पुष्टि नहीं की है कि क्या वास्तव में व्हाट्सप्प ने कोर्ट में शिकायत दायर की है या नहीं क्योंकि भारत में व्हाट्सप्प के लगभग 400 मिलियन यूजर हैं. और वाट्सऐप के प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
ग़ौर तलब है कि व्हाट्सप्प का ये मुक़दमा भारत सरकार और फेसबुक, गूगल पैरेंट अल्फाबेट और ट्विटर सहित उनके प्रमुख वैश्विक बाजारों के बीच बढ़ते संघर्ष को बढ़ाता है. बता दें कि इस हफ्ते ट्विटर के ऑफिस पुलिस के दौरे से भारत सरकार और ट्विटर के बीच भी तनाव बढ़ गया है
वाट्सऐप के अधिकारियों को निजी तौर पर चिंता है कि भारत सरकार द्वारा तेजी से किए जा रहे बदलाव उनके लिए खतरा बन सकते हैं वही व्हाट्सप्प की का मालिक फेसबुक कहा कहना है कि वो ज्यादातर प्रावधानों से सहमत है लेकिन अभी भी वो भारत सरकार से कुछ पहलुओं पर बातचीत करना चाहता है.साथ ही ट्विटर ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
बता दें कि वाट्सऐप ने अपनी शिकायत में 2017 के भारतीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दिया गया है, जो पुट्टस्वामी के नाम से जाने जाने वाले मामले में प्राइवेसी का समर्थन करता है. एक्सपर्ट्स ने वाट्सऐप के तर्कों का समर्थन किया है.