भारत में एक दिन में 150 रूपए भी नहीं कमा पा रहे ज़्यादातर लोग: रिपोर्ट
देश में आए दिन महंगाई, बेरोज़गारी बढ़ती जा रही है अगर सत्ता में मौजूद नेताओं से इन मुद्दों पर सवाल किया जाता है तो वो बहस का रुख मोड़ कर ‘मंदिर-मस्जिद’ पर बेतुके बयान देने लगते हैं।
सरकार की तरफ से ये लापरवाही बीच एक और खबर आई है कि देश में पिछले साल 84 प्रतिशत परिवारों की आय घटी है, तो वहीं अरबपतियों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है।
बता दें कि ‘वर्ल्ड इकनोमिक फोरम’ के शिखर सम्मलेन से पहले जारी हुई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2021 में भारत में अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई। एक साल में ही इन अरबपतियों की कुल दौलत बढ़कर करीब 720 बिलियन डॉलर हो गई।
ग़ौर तलब है कि ये संख्या देश की सबसे गरीब 40 प्रतिशत आबादी की कुल संपत्ति से भी ज़्यादा है। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि भारत के 84 प्रतिशत परिवारों की आय कम हो गई है।
बता दें कि पिछले साल के नवंबर महीने में देश की होलसेल यानी थोक महंगाई 12 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। फ्यूल, सब्ज़ी, दूध और अंडे के दाम बढ़ने से लोगों पर बोझ बढ़ा था। साथ ही 68 लाख सैलरीड लोगों की नौकरियां छिन गई थी। जबकि ज़्यादातर लोग खराब नौकरी और दिहाड़ी मज़दूर करने को मजबूर हो रहे हैं, वहीं अम्बानी-अडानी जैसे उधोगपतियों की संपत्ति में दिन दूनी रात चौगुना तरक्की हो रही है।
प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट में ये दिखाया गया है कि फ़िलहाल भारत में एक दिन में 150 रूपए भी न कमा पाने वाले लोगों की संख्या बहुत तेज़ी से बढ़ी है। 6 करोड़ लोग एक साल के अंदर इस श्रेणी में आ गए हैं। जबकि इन आंकड़ों में छुपी देश की बदहाल तस्वीर के बीच भी प्रधानमंत्री और गृहमंत्री चुनावों में ‘खुशहाल भारत’ का दावा कर रहे हैं।