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भारत पाकिस्तान ने अटारी वाघा सीमा पर एक दूसरे को मिठाई पेश कर दी बधाई

भारत पाकिस्तान सैन्य अधिकारियों ने अटारी वाघा सीमा पर एक दूसरे को मिठाई पेश कर दी बधाई

पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों और भारत की सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर एक दूसरे को मिठाइयां भेंट की, इस अवसर पर BSF और पाकिस्तान रेंजर्स के कई ऑफिसर्स उपस्थित थे, जानकारी के लिए बता दें कि भारत की सीमा सुरक्षा बल और पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ़ से अलग अलग मौक़ों पर एक दूसरे को मिठाई देने की पुरानी परंपरा है, जबकि कई बार दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति होने के कारण इस परंपरा में रुकावट आई है, साल 2019 में पुलवामा हमले की वजह से दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति के चलते मिठाई का आदान प्रदान नहीं हुआ था।

इसके साथ ही अटारी की ज्वाइंट चेक पोस्ट पर रिट्रीट सेरेमनी का भी आयोजन होता है, इस प्रोग्राम में भारत माता की जय से आसमान गूंज जाता है, और हर ओर गुंजायमान वन्देमातरम और ढ़ोल की थाप पर भारत माता की जय के नारे की गूंज सुनाई देती है, इस मौक़े पर BSF का भरपूर जोश दिखता है, रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत साल 1959 में हुई थी,

इसमें BSF और पाकिस्तान रेंजर्स दोनों शामिल होते हैं, दोनों देशों से हज़ारों लोग इस दृश्य को देखने उपस्थित रहते हैं और अपने जवानों के जोश बढ़ाने के लिए देशभक्ति के नारे लगाते हैं, यह रिट्रीट सेरेमनी 156 सेकेंड की होती है, इसके बाद दोनों देशों की सीमा पर बने दरवाज़े को दोबारा से बंद कर दिया जाता है।

जबकि कई अवसर ऐसे भी आए हैं जब इस रिट्रीट सेरेमनी को बंद करना पड़ा है, 1965 में भारत और पाकिस्तान युद्ध के बीच पहली बार इस सेरेमनी को बंद किया गया था, फिर 1971 के युद्ध के दौरान इसे रद्द किया गया, और फिर 1999 में कारगिल युद्ध के समय भी इसे बंद करना पड़ा था, दिसंबर 2014 को पाकिस्तान की तरफ़ से वाघा सीमा पर हुए आत्मघाती हमले के बाद के बाद रिट्रीट सेरेमनी रद्द कर दी गई थी, सितंबर 2016 में उरी हमले के बाद भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के समय भी यह सेरेमनी रद्द की गई थी, 1 मार्च 2019 को पाकिस्तान की ओर से विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के समय भी इसे रद्द कर दिया था।

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