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नेतागीरी का मतलब किसी को लूटना और कुचलना नहीं है !!

नेतागीरी का मतलब किसी को लूटना और कुचलना नहीं है !!

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में पिछले दिनों हुई हिंसा के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत करते हुए कहा कि नेतागीरी का मतलब किसी को लूटना नहीं होता है.

यूपी के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ”नेतागीरी का मतलब किसी को लूटने नहीं आए हैं. फॉर्च्यूनर से किसी को कुचलने नहीं आए हैं. वोट आपके व्यवहार की वजह से ही आपको मिलेगा. अगर जिस मोहल्ले में आप रहते हैं, वहां दस लोग आपकी तारीफ करते हैं तो मेरा सीना चौड़ा हो जाएगा. ये नहीं होता कि जिस मोहल्ले में रहते हैं, लोग आपकी शक्ल नहीं देख पाएं.”

लखीमपुर खीरी में पिछले रविवार को भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच जबरदस्त हिंसा हुई थी इसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र पर किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप लगा था. हालांकि, आशीष दावा करता रहा कि घटना के समय घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, बल्कि वह दूर एक कार्यक्रम में था.

लेकिन बाद में वायरल हुए वीडियो में थार गाड़ी किसानों को कुचलते हुए दिखाई दी थी. उसके पीछे एक फॉर्च्यूनर गाड़ी भी तेजी से निकलते देखी जा सकती थी. विवाद बढ़ने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी का दौरा किया था और बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया. कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद पुलिस ने आशीष मिश्र को बीते दिन 12 घंटे लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया.

बता दें कि क्राइम ब्रांच ने आशीष को पहले भी तलब किया था लेकिन तब आशीष नहीं पहुंचा जिसके अगले दिन फिर से उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया, जहां पर समय से पहले पहुंचा. पहले समन पर नहीं पहुंचने के बाद आशीष के नेपाल भागने की भी चर्चा थी. हालांकि, आशीष के पिता और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी खुद सामने आए थे और कहा था वह कहीं नहीं गया है.

पूछताछ में शामिल होने के दौरान आशीष ने पुलिस अधिकारियों को कई वीडियोज भी सौंपे हैं, जिसके जरिए उसने दावा किया कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था. इस दावे का क्रॉस एग्जामिनेशन करने के लिए पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है.

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