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दो दिनों के भीतर मराठा आरक्षण की घोषणा करे शिंदे सरकार: जारांगे पाटिल

दो दिनों के भीतर मराठा आरक्षण की घोषणा करे शिंदे सरकार: जारांगे पाटिल

मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जालना में 29 अगस्त से मराठा मार्चा के संयोजक मनोज जरांगे समेत 10 लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं। 1 अगस्त को पुलिस ने उनके स्वास्थ्य को देखते हुए धरना खत्म करने के लिए उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें 20 प्रदर्शनकारी घायल हो गए। लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें 18 पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई।

पुलिस की लाठीचार्ज के बाद मराठा आरक्षण की मांग और तेज हो गई है। एक हफ्ते से भूख हड़ताल पर बैठे मराठा आंदोलनकारियों ने सोमवार, 4 सितबंर को राज्य सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मराठा मोर्चा के संयोजक मनोज जारांगे पाटिल ने कहा- राज्य सरकार को दो दिनों के भीतर महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की घोषणा करनी होगी और इसे लागू भी करना होगा।

इधर, मराठा आरक्षण पर आज महाराष्ट्र कैबिनेट सब-कमेटी की बैठक हो रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद हैं। मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस में यह बैठक हो रही है।

शनिवार 2 सितंबर को अंबाड चौफुली इलाके में प्रदर्शनकारियों की पत्थरबाजी में जालना SP तुषार दोषी और 4-5 पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवा में रबर बुलेट्स चलाईं।

वहीं, विरोध में छत्रपति संभाजीनगर के फुलंब्री क्षेत्र में एक सरपंच मंगेश साबले ने अपनी कार पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इस दौरान कई आंदोलनकर्ता भी मौजूद थे। सांबले ने कहा- हम लोग चुप नहीं बैठेंगे। अभी अपनी कार को आग लगाई है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो मैं खुद को आग लूंगा।

शनिवार को पुलिस ने हिंसा में शामिल होने के आरोप में गोंदी थाने में 360 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस घटना में अब तक करीब 40 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 15 से ज्यादा बसें जलाई गई हैं।

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