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जींस नहीं दिमाग़ में छेद है तभी हाथरस, उन्नाव, बदायूं और कासगंज होते हैं: पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह

जींस नहीं दिमाग़ में छेद है तभी हाथरस, उन्नाव, बदायूं और कासगंज होते हैं: पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह, रिटायर्ड IAS सूर्य प्रताप सिंह देश के वह वह जांबाज़ नागरिक हैं जो पिछले काफ़ी समय से उत्तर प्रदेश में सरकार की मनमानी और उसकी नाकामी को जनता के सामने ज़ाहिर कर रहे हैं।

अपनी आलोचना सुनने की क्षमता न रखने वाले उत्तर प्रदेश के CM के आदेश पर आलोचकों और सरकार के रवैये के ख़िलाफ़ बोलने वालों पर लगातार FIR दर्ज हो रही है उनके घरों और प्रापर्टीज़ की कुर्की हो रही है, ख़ुद इस पूर्व IAS के ख़िलाफ़ भी कई FIR दर्ज हो चुकी हैं लेकिन फिर भी सरकार के अड़ियल रवैये और ग़लत फ़ैसलों पर बेबाकी से वह अपनी राय व्यक्त करते हैं।

बलात्कार की बढ़ती संख्या हो या बे रोज़गारी का मुद्दा, बढ़ती गुंडागर्दी हो या महंगाई, कोविड महामारी में ख़राब व्यवस्था हो या कोविड से मरने वालों की गंगा में तैरती लाशें हर मुद्दे पर पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने सरकार से सवाल किए हैं और कड़ी आलोचना की है।

BJP ने सत्ता में आने से पहले और उसके बाद भी जितना बुलंद और तेज़ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा दिया उतना ही एक बेटी को अपना अपमान उत्तर प्रदेश में देखने को मिला, लगातार बढ़ते रेप के आंकड़े उत्तर प्रदेश में बेटी बचाओ के खोखले नारे की सच्चाई को बयान कर रहे हैं।

इसी सच्चाई को पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने आज ट्वीट करते हुए योगी सरकार पर फिर हमला किया, उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा:

यूपी में बेटी बचाओ का नया नारा, बेटी से मोबाइल छीन लो l
जींस में छेद नहीं मस्तिष्क में छिद्र है, इनके
तभी तो हाथरस, उन्नाव, बदायूं, कासगंज होते हैं, यहां

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