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जिनको चोर कहने के कारण राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया गया, हरीश साल्वे ने उनका बचाव किया:कांग्रेस

जिनको चोर कहने के कारण राहुल गांधी को लिए अयोग्य ठहराया गया, हरीश साल्वे ने उनका का बचाव किया:कांग्रेस

भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने रविवार को लंदन में अपनी ब्रिटिश पार्टनर ट्रिना से शादी कर ली। शादी में नीता अंबानी, स्टील कारोबारी लक्ष्मी मित्तल और मॉडल उज्ज्वला राउत समेत कई हाई-प्रोफाइल मेहमान शामिल हुए थे।

जिस चीज़ ने सबका ध्यान खींचा वह आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी की मौजूदगी। उनकी मौजूदगी से एक राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। तमाम विपक्षी दलों के नेता इसकी भारी आलोचना कर रहे हैं। न्यूज18 ने लिखा है कि पावरफुल वकील हरीश साल्वे की यह तीसरी शादी है।

राजनीतिक दलों ने ललित मोदी की मौजूदगी पर आपत्ति जताई, क्योंकि हरीश साल्वे ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर उच्च स्तरीय समिति के सदस्य हैं, जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद कर रहे हैं। साल्वे की शादी में पूर्व आईपीएल कमिश्नर की मौजूदगी ने कई सवाल उठाए हैं।

महाराष्ट्र कांग्रेस के महासचिव प्रीतेश शाह ने भी साल्वे की शादी में ललित मोदी की मौजूदगी की आलोचना की और कहा, ”राहुल गांधी को नीरव मोदी, ललित मोदी को चोर कहने के लिए अयोग्य ठहराया गया और हरीश साल्वे ने ऐसों का बचाव किया। हाल ही में मोदी सरकार ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ पर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया, भगोड़े ललित मोदी के साथ मौज कर रहे हरीश साल्वे उस कमेटी का हिस्सा हैं।

कांग्रेस (ओवरसीज) के समन्वयक विजय थोट्टाथिल ने ट्विटर पर लिखा है: “मोदी जी की वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी के सदस्य हरीश साल्वे दो धोखेबाजों, ललित मोदी और मोइन कुरेशी के साथ मौज-मस्ती कर रहे हैं!! भक्त केवल एक ही धोखाधड़ी जानते हैं, वह हैं मिस्टर जॉर्ज सोरोस।”

केंद्र पर निशाना साधते हुए शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शादी में ललित मोदी की मौजूदगी पर आपत्ति जताई। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- “ऐसा नहीं है कि मुझे सरकारी भाजपा वकील के तीसरी बार शादी करने और फिर समान विवाह कानूनों, बहुविवाह आदि पर मोदी सरकार की ओर से जवाब देने वाले की बहुत परवाह है, लेकिन हर किसी को यह चिंता होनी चाहिए भगोड़ा जो आमंत्रित व्यक्ति के रूप में भारतीय कानून से बच रहा है और मोदी सरकार के पसंदीदा वकील की शादी का जश्न मना रहा है। कौन किसकी मदद कर रहा है? अब कौन किसकी रक्षा कर रहा है, यह सवाल ही नहीं रह गया है।

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2010 के बाद, वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद ललित मोदी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से निलंबित कर दिया गया था। ललित मोदी कथित तौर पर बीसीसीआई से 753 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में वान्टेड (वांछित) हैं।

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