गुरपतवंत सिंह पन्नू मामले में अमेरिकी दावे की जांच कर रहा भारत
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को लेकर अमेरिका द्वारा दी गई जानकारी पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और इसकी जांच करने की बात कही है।बुधवार को फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अमेरिका ने उसकी धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू को मारने की साजिश को नाकाम किया था और इस संबंध में भारत को चेतावनी जारी की थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदम बागची ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा, “भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है क्योंकि यह हमारे अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी असर डालते हैं। अमेरिकी इनपुट को लेकर पहले से ही संबंधित विभागों द्वारा जांच की जा रही है।”रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस ने भी कहा कि पन्नू को मारने की साजिश में उसकी कथित संलिप्तता को भारत ने गंभीरता से लिया है।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि इस मामले पर भारतीय समकक्षों ने ‘आश्चर्य और चिंता व्यक्त की थी’ और कहा कि इस तरह की गतिविधि उनकी नीति नहीं है।उन्होंने कहा, “हम समझते हैं कि भारत सरकार इस मुद्दे की आगे जांच कर रही है। हमने अपनी अपेक्षा व्यक्त की है कि जो भी जिम्मेदार पाया जाए, उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
फाइनेंशियल टाइम्स ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा था कि अमेरिका ने खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश को नाकाम किया था। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सरकार ने भारत के इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए भारत को ‘चेतावनी जारी’ की थी।हालांकि, ये सामने नहीं आया कि ये साजिश क्या अमेरिका की चेतावनी के बाद स्थगित की गई या संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने इसमें हस्तक्षेप किया।
ये मामला ऐसे वक्त सामने आया है जब खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में पहले से ही विवाद चल रहा है।कनाडा ने निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने की बात कही है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि उनके पास इस संबंध में पुख्ता सबूत हैं।अब अमेरिका की तरफ से भी ऐसे आरोप भारत की छवि को नुकसान पहुंच सकते हैं।