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पवार से मिले प्रशांत किशोर; केंद्र में भाजपा के खिलाफ संयुक्त मोर्चा चाहती है राकांपा

पवार से मिले प्रशांत किशोर; केंद्र में भाजपा के खिलाफ संयुक्त मोर्चा चाहती है राकांपा, महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक शनिवार को को सूचित किया रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की, जो केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों का एक संयुक्त मोर्चा बनाना चाहते हैं,

एएनआई से बात करते हुए, मलिक ने कहा, “प्रशांत किशोर ने कल एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की। बैठक लगभग तीन घंटे तक चली। बेशक वो एक बेहतरीन रणनीतिकार हैं और एक अलग तरीके से चीजों का विश्लेषण करते हैं लेकिन फ़िलहाल उन्हें एनसीपी के रणनीतिकार के रूप में नियुक्त करने पर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने सिर्फ़ पवार साहब के साथ अपना अनुभव साझा किया है ।

बता दें कि पवार विपक्षी दलों को एकजुट करना चाहते हैं। आने वाले दिनों में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत राजनीतिक मोर्चा बनाने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं ।”

उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने आगामी चुनाव में सरकार बदलने का मन बना लिया है.

मालिक ने अपनी बातचीत में कहा कि “पश्चिम बंगाल में लोगों ने बीजेपी को खारिज कर दिया जिसने स्थानीय नेताओं को इसमें शामिल होने की धमकी दी थी। अब वो मुकुल रॉय जी खुद टीएमसी में शामिल हो गए। बंगाल में विधायकों और सांसदों की एक लंबी सूची है जो टीएमसी में शामिल होना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में भी जनता ने बीजेपी को बदलने का फैसला कर ही लिया है।

तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में प्रशांत किशोर ने एक बार फिर अपनी काबिलियत साबित की है ।

हाल ही में संपन्न पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने 213 सीटें हासिल कीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 77 सीटें जीतीं।

गौरतलब है कि किशोर ने कई मंचों पर कहा था कि अगर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा 100 से अधिक सीटें जीतती है तो वह पद छोड़ देंगे। दिलचस्प बात यह है कि नतीजे उनकी भविष्यवाणी के मुताबिक रहे।

तमिलनाडु में किशोर ने द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन को अन्नाद्रमुक सरकार को हटाने में मदद की। एक राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर किशोर ने कई पार्टियों के साथ चुनाव में काम किया है. विशेष रूप से, उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के अभियान को रणनीतिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने नरेंद्र मोदी को देश का प्रधान मंत्री बनाया।

उन्होंने 2015 में जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार को विधानसभा चुनाव जीतने के रणनीति तैयार कि थी। इसके बाद, कुमार ने किशोर को जद-यू का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। हालाँकि किशोर को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के मुद्दे पर पार्टी से असहमति के कारण जनवरी 2020 में जद-यू से निष्कासित कर दिया गया था।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले किशोर को प्रधान सलाहकार नियुक्त किया है।

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