केजरीवाल सरकार बाढ़ से निपटने के लिए तैयार, मंत्री आतिशी ने की समीक्षा
नई दिल्ली: दिल्ली में संभावित बाढ़ के मद्देनजर केजरीवाल सरकार युद्धस्तर पर तैयारियां कर रही है ताकि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर भी लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। इस सिलसिले में राजस्व मंत्री आतिशी ने बुधवार को यमुना नदी पर पुराने लोहे के पुल की स्थिति और यमुना बाजार इलाके में बाढ़ के बारे में जानकारी ली और संबंधित विभागों की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान राजस्व विभाग और बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने राजस्व मंत्री के साथ साझा किया कि बाढ़ से संबंधित विभागों की तैयारियां पूरी हैं। बाढ़ की स्थिति में मोटर बोट, गोताखोर और चिकित्सा टीमें किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहेंगी। इसके अलावा बाढ़ की स्थिति में राजस्व विभाग की ओर से राहत शिविर लगाने की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं।
इस मौके पर राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि पिछले साल दिल्ली में यमुना का जलस्तर पिछले 40 वर्षों में सबसे ऊँचे स्तर पर पहुंच गया था और इस कारण यमुना के निचले इलाकों में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया था। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार केजरीवाल सरकार ने बाढ़ की तैयारी इस साल बहुत पहले से शुरू कर दी है ताकि बाढ़ आए तो हम उससे निपटने के लिए तैयार रहें और राहत एवं बचाव कार्य कर सकें। आतिशी ने कहा कि मानसून के दौरान भारी बारिश के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने जैसी स्थिति उत्पन्न होती है। इस दौरान कम समय में इतनी बारिश होती है कि बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसे में हमने यमुना के ऊपरी इलाकों पर भी कड़ी नजर रखी है ताकि दिल्ली सरकार बाढ़ से सुरक्षित रहे और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहे।
उन्होंने कहा कि इस साल दिल्ली सरकार पूरी तरह से तैयार और सतर्क है। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ की स्थिति में अगर कम समय में भी लोगों को निचले इलाकों से निकालना पड़े तो सरकार इसके लिए भी तैयार है। आतिशी ने कहा कि पिछली बार यमुना का जलस्तर 208 मीटर से ऊपर चला गया था। इस समय यह 202.6 मीटर है जो खतरे के निशान से काफी नीचे है। लेकिन फिर भी दिल्ली सरकार बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर भी राहत और बचाव कार्य के लिए पूरी तरह तैयार है ताकि दिल्ली के लोगों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े।