ISCPress

इंसानियत’ ही मेरे पति की मौत का कारण, मोहित की पत्नी का बयान

  1. ‘इंसानियत’ ही मेरे पति की मौत का कारण, मोहित की पत्नी का बयान

बरेली-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर 3 जून को एक बस के कंडक्टर और ड्राइवर ने दो मिनट के लिए बस रोककर दो मुस्लिम यात्रियों को नमाज पढ़ने की अनुमति दे दी थी, क्योंकि उनकी नमाज का समय हो गया था। बस सिर्फ दो मिनट के लिए रुकी थी और इसी दौरान दोनों यात्रियों ने नमाज पढ़ ली थी। लेकिन इस घटनाक्रम का किसी यात्री ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

इस मामले में बस कंडक्टर मोहित यादव और ड्राइव को निलंबित कर दिया गया। मोहित यादव अनुबंध पर कंडक्टर थे यानी वो सेवा में स्थायी नहीं थे। मोहित यादव ने मैनपुरी में एक ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। उनका शव सोमवार को उनके घर के पास रेलवे लाइन पर पाया गया। वो रविवार रात से गायब थे।

रिंकी यादव ने कहा- मेरे पति की मौत के लिए यूपी परिवहन निगम के अधिकारी, खासकर क्षेत्रीय प्रबंधक (बरेली) दीपक चौधरी जिम्मेदार हैं। वो अक्सर मेरे पति को फोन करते और उनको तरह-तरह की बातें कहकर बेइज्जती करते थे। मोहित ने इंसानियत दिखाई थी और अपनी जान देकर उसकी कीमत चुकाई।

यूपी रोडवेज के सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने हाल ही में मोहित यादव को साफ बोल दिया था कि उसकी नौकरी नहीं बचाई जा सकती। जबकि मोहित आठ साल से बस कंडक्टर थे, लेकिन उनकी नौकरी अस्थायी थी। मोहित के अलावा उस बस के ड्राइवर केपी सिंह को निलंबित किया गया है लेकिन उन्हें अब आधी तनख्वाह मिल रही है।

बरेली-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर 3 जून को एक बस के कंडक्टर और ड्राइवर ने दो मिनट के लिए बस रोककर दो मुस्लिम यात्रियों को नमाज पढ़ने की अनुमति दे दी थी, क्योंकि उनकी नमाज का समय हो गया था। बस सिर्फ दो मिनट के लिए रुकी थी और इसी दौरान दोनों यात्रियों ने नमाज पढ़ ली थी। लेकिन इस घटनाक्रम का किसी यात्री ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

इस मामले में बस कंडक्टर मोहित यादव और ड्राइव को निलंबित कर दिया गया। मोहित यादव अनुबंध पर कंडक्टर थे यानी वो सेवा में स्थायी नहीं थे। मोहित यादव ने मैनपुरी में एक ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। उनका शव सोमवार को उनके घर के पास रेलवे लाइन पर पाया गया। वो रविवार रात से गायब थे।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक रिंकी यादव ने कहा- मेरे पति की मौत के लिए यूपी परिवहन निगम के अधिकारी, खासकर क्षेत्रीय प्रबंधक (बरेली) दीपक चौधरी जिम्मेदार हैं। वो अक्सर मेरे पति को फोन करते और उनको तरह-तरह की बातें कहकर बेइज्जती करते थे। मोहित ने इंसानियत दिखाई थी और अपनी जान देकर उसकी कीमत चुकाई।

Exit mobile version