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अगर मैं फंसा तो समझ लो मुख्यमंत्री भी फँस गए: चिकोटी प्रवीण

अगर मैं फंसा तो समझ लो मुख्यमंत्री भी फँस गए: चिकोटी प्रवीण

हैदराबाद: ईडी के अधिकारियों द्वारा चेकोटी प्रवीण से पूछताछ पर सियासी गलियारों में सनसनी फैली है। बताया जा रहा है कि चेकोटी प्रवीण और उनकी टीम के संपर्क में रहने वाले राजनेता, व्यवसायी, फिल्मी सितारे और शीर्ष अधिकारी सभी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं उनके नाम का खुलासा न हो जाए। राजनीतिक गलियारों में चिकोटी प्रवीण का एक ट्वीट वायरल हो रहा है। ट्वीट में कहा गया कि अगर मैं ईडी के जाल में फंसा तो मुख्यमंत्री के साथ साथ और ढेरों मंत्री भी फंस जाएंगे।

हालांकि चेकोटी प्रवीण ने इस तरह के किसी भी ट्वीट से इंकार किया है, और कहा कि उनके नाम से ट्विटर और फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर झूठे ट्वीट किए जा रहे हैं। उनका इस ट्वीट से कोई लेना-देना नहीं है। चिकोटी प्रवीण ने साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क किया और फर्जी अकाउंट बनाने और उनके नाम से फ़र्ज़ी ट्वीट करने की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद साइबर क्राइम पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और तथ्यों की तह तक जाने का प्रयास किया जा रहा है। ट्वीट किसने किया है ये बहुत जल्द पता चल जाएगा।

चेकोटी प्रवीण ने कहा है कि उनके नाम से ट्विटर और फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर झूठे ट्वीट किए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया है कि उन्हे इस तरह के घिनौने काम के लिए बीजेपी आईटी सेल पर शक है। इस बात को लेकर राजनीतिक हलकों में बातचीत चल रही है। बताया जा रहा है कि प्रवीण के फ़र्ज़ी ट्वीट ने राजनीतिक गलियारों में, खासकर सत्ताधारी दल के हलकों में सनसनी मचा दी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हर कोई यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि कौन से मंत्री हैं जो इस रैकेट का हिस्सा हो सकते हैं? इस बात को लेकर कौतूहल पैदा हो गया है। इसके अलावा भी कई तरह की शंकाएं पाई जा रही हैं।

फिलहाल भाजपा राज्य में टीआरएस का विकल्प बनने पर जोर दे रही है, जिसके लिए वह सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है। दुबक और हुजुराबाद उपचुनाव में बीजेपी की सफलता में सोशल मीडिया की अहम भूमिका रही है। आशंका यह भी जताई जा रही है कि यह भाजपा के आईटी सेल का काम हो सकता है। बीजेपी राज्य की हर समस्या का पूरा राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। साइबर क्राइम की जांच से तथ्य सामने आ सकते हैं। अब जनता का सारा ध्यान साइबर क्राइम की जांच पर है।

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