ISCPress

यूएई महिला श्रमिकों के लिए जहन्नम, यौन शोषण और बलात्कार के मामले बढ़े

यूएई महिला श्रमिकों के लिए जहन्नम, यौन शोषण और बलात्कार के मामले बढ़े संयुक्त अरब अमीरात और खाड़ी के अरब देश तस्करी का शिकार हुए लोगों विशेष कर महिलाओं और लड़कियों के लिए सबसे उपयुक्त ठिकाना है।

यूएई से लेकर सऊदी अरब तक मानव तस्करी का शिकार होकर पहुंचे लोगों से जुड़े कई मामले सामने आए हैं जहां उन्हें अपने मालिकों की ओर से यौन शोषण का सामना करना पड़ा है।

संयुक्त अरब अमीरात में नेपाली महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार एवं उनके यौन शोषण की खबरें मीडिया की सुर्खियां बनती रही हैं। हाल ही में माइग्रेंट राइट आर्गेनाईजेशन इंटरनेशनल ने संयुक्त अरब अमीरात में नेपाली श्रमिकों की दुर्दशा पर एक विस्तृत लेख प्रकाशित किया था जिसने दुनिया भर को झकझोर कर रख दिया था।

आई मॉनिटर 24 के अनुसार इस रिपोर्ट में मानव तस्करी में संयुक्त अरब अमीरात के किरदार से पर्दा उठाया गया था। खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों में काम करने वाला यह संगठन श्रमिकों के अधिकारों के लिए काम करता है।

इस रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात में मौजूद नेपाली श्रमिकों को दुर्व्यवहार एवं महिलाओं को यौन शोषण का शिकार होना पड़ता है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि 28 वर्षीय कृषा नेपाल की नागरिक हैं जो घरेलू नौकरानी के रूप में दुबई में काम करती थी। उन्हे लगातार अपने मालिक की ओर से यौन शोषण का शिकार होना पड़ा। उन्होनें बार बार भागने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहने पर दो बार आत्महत्या का प्रयास भी किया ।

अमीरात लीक्स के अनुसार उन्होंने बार-बार घर से भागने का प्रयास किया लेकिन हर बार असफल रही और अंत में अपने मालिक की हवस का शिकार बन गई कि शायद वह उसे भागने में मदद कर सके।

लगातार 2 साल तक यौन शोषण एवं मानसिक रूप से पीड़ित रहने के बाद कृषा 2021 में अपने देश पलटने में कामयाब रही और तस्करी विरोधी विभाग में शिकायत दर्ज कराई।

कृषा ने कहा कि मेरे एम्पलाई उसके रिश्तेदारों और मालिक के बेटे ने मेरे साथ अनेकों बार बलात्कार किया। उन्होंने नेपाल में मुझसे कहा था कि उन्हें दुबई में उसे एक घरेलू नौकरानी के रूप में काम करना होगा लेकिन संयुक्त अरब अमीरात पहुंची तो मेरे साथ घिनौने अपराध किए गए।

कृषा की तरह नेपाल की अन्य महिलाओं को भी लुभावने वादे देकर संयुक्त अरब अमीरात लाया जाता है और यहां उन्हें यौन दासी के अलावा कोई काम नहीं दिया जाता है।

माइग्रेंट राइट्स ऑर्गेनाइजेशन के दस्तावेज के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात में घरेलू नौकरानी या अन्य कामों का लालच देकर लाई जाने वाली नेपाली महिलाओं को सिर्फ और सिर्फ यौन शोषण के लिए ही लाया जाता है उन्हें कोई काम नहीं दिया जाता।

पूर्वी नेपाल की प्रमिला भी ऐसी ही एक महिला हैं। 38 वर्षीय प्रमिला भी संयुक्त अरब अमीरात में यौन शोषण का शिकार बनती रह। उन्हें पहले एक ऑफिस में काम करने का लालच दिया गया और फिर बाद में शादी का लालच देकर यौन शोषण होता रहा।

प्रमिला के अनुसार शादी का लालच देकर काठमांडू में ही लगातार तीन दिन तक उसके साथ बलात्कार किया जाता रहा। संयुक्त अरब अमीरात पहुंचते ही मकान मालिक ने पहले दिन से ही उनका यौन शोषण करना शुरू कर दिया। 3 महीने लगातार पीड़ित होने के बाद वह भागने में सफल रही और अभी काठमांडू में एक संस्था में रह रही है और मानव तस्करी का शिकार होने वाले लोगों की मदद कर रही है।

Exit mobile version