कश्मीर पर तालिबान के रुख को लेकर अमेरिका ने चेताया अमेरिका के रक्षा विभाग ने भारत सरकार को सजग रहने की चेतावनी देते हुए कहा है कि तालिबान कश्मीर को लेकर आतंकी संगठनों की मदद कर सकता है।
कश्मीर पर तालिबान के रुख को लेकर चेतावनी जारी करते हुए पेंटागन में भारत सरकार को जागरूक रहने की नसीहत की है। पेंटागन के अनुसार तालिबान सरकार कश्मीर के आसपास स्थित आतंकी संगठनों को सहायता पहुंचा सकती है।
भारत विरोधी आतंकी संगठनों को तालिबान सरकार के समर्थन के प्रति सचेत करते हुए पेंटागन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि अफगानिस्तान के हालात को लेकर भारत चिंतित है लेकिन भारत को कश्मीर के पास मौजूद आतंकवादी संगठनों एवं तालिबान के संबंध को लेकर चिंतित होने की जरूरत है। तालिबान सरकार कश्मीर के आसपास मौजूद आतंकी संगठनों को मदद उपलब्ध करा सकती है।
सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों से बातचीत करते हुए अमेरिका के रक्षा सचिव डॉ कॉलिंन एच कहल ने अफगानिस्तान दक्षिण एवं मध्य एशिया सुरक्षा मामलों पर बात करते हुए कहा कि मुझे यकीन है आप इस बात को जानते होंगे कि भारत अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर बेहद चिंतित है। आतंकवाद विरोधी अपनी चिंताओं एवं अफगानिस्तान की स्थिरता को लेकर वह बेहद परेशान है।
पाकिस्तान के साथ प्रतिस्पर्धा एवं छद्म युद्ध को ध्यान में रखते हुए भारत की नीतियों को समझा जा सकता है। भारत को इस बात को लेकर भी कम चिंतित नहीं होना चाहिए कि तालिबान सरकार भारत विरोधी आतंकवादी संगठनों विशेषकर कश्मीर के आसपास मौजूद आतंकियों को मदद पहुंचा सकती है।
डॉ कॉलिन ने कहा कि हमें इस स्थिति में खुफिया जानकारी साझा करने समेत जिन क्षेत्रों में भी संभव है भारत के साथ मिलकर काम करना चाहिए। हम उनका सहयोग कर सकते हैं। हम सिर्फ अफगानिस्तान या आतंकवाद के संबंध में ही नहीं बल्कि हिंद महासागर से लेकर हिंद प्रशांत में व्यापक क्षेत्रीय सुरक्षा विषयों पर भारत के साथ साझेदारी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह समझना बेहद जरूरी है कि अफगानिस्तान के प्रति भारत का दृष्टिकोण क्या है और वह आगे अफगानिस्तान के प्रति क्या नीति अपनाता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण भूमिका बना रहा है लेकिन वह भी नहीं चाहता कि अफगानिस्तान आतंकवादी हमलों या बाहरी हमलावरों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बने।
भारत को लेकर डॉक्टर कॉलिंन एच कहल ने कहा कि भारत हमारा प्रमुख रक्षा भागीदार है और हमें इस महत्वपूर्ण समय में उसके साथ मिलकर काम करना होगा।