अमेरिका और चीन “ताइवान समझौते” का पालन करने के लिए हुए सहमत

अमेरिका और चीन ताइवान समझौते” का पालन करने के लिए हुए सहमत

(रायटर्स) – अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से ताइवान के बारे में बात की है जिसके बाद वो “ताइवान समझौते” का पालन करने के लिए सहमत हुए हैं।

अमेरिकी राष्टपति ने कहा, “मैंने शी से ताइवान के बारे में बात की है जिसके बाद हम दोनों इस बात पर सहमत हुए हैं कि अमेरिका और चीन ताइवान समझौते का पालन करेंगे।” साथ ही जो बाइडन ने कहा कि हमने शी जिनपिंग से बातचीत में ये भी कहा कि हमने समझौते का पालन करने के अलावा कुछ और भी करना चाहिए।”

जो बाइडन ने इस बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि बाइडन वाशिंगटन की लंबे समय से चली आ रही एक चीन नीति का संदर्भ दे रहे हैं जिसके तहत वह ताइवान के बजाय चीन को मान्यता देता है। हालांकि, यह समझौता वाशिंगटन को ताइवान के साथ मजबूत अनौपचारिक संबंध बनाए रखने की भी अनुमति देता है। ताइवान और बीजिंग के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह घोषणा की गई है।

बता दें कि ताइवान का अपना संविधान, सैन्य और लोकतांत्रिक रूप से चुने गए नेता हैं, और खुद को एक संप्रभु राज्य मानता है।

ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने जो बाइडन की टिप्पणियों के बारे में संयुक्त राज्य अमेरिका से स्पष्टीकरण मांगा ताकि ये यक़ीन किया जा सके कि ताइवान के प्रति अमेरिकी नीति नहीं बदली है, और अमेरिका ताइवान को अपनी सुरक्षा बनाए रखने में मदद करना जारी रखेगा।चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तत्कालीन यू.एस. बीजिंग में लोगों के ग्रेट हॉल के अंदर उपराष्ट्रपति जो बाइडेन (एल) ४ दिसंबर २०१३। रॉयटर्स/लिंटाओ झांग/पूल/फाइल फोटो

ग़ौर तलब है कि चीन ताइवान को अपना क्षेत्र होने का दावा करता है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर बल द्वारा अपने क़ब्ज़े में ले सकता है। जबकि ताइवान का कहना है कि वो एक स्वतंत्र देश है और इस तरह के तनाव के लिए वो चीन को दोषी ठहराता है और ये कहता रहता है कि वो अपनी स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा करेगा।

ताइवान ने शुक्रवार से शुरू होने वाले चार दिनों की अवधि में अपने वायु रक्षा क्षेत्र के दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में 148 चीनी वायु सेना के विमानों की सूचना दी है, जिसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने रविवार को चीन से ताइवान के पास अपनी सैन्य गतिविधियों को रोकने का आग्रह किया था।

विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक बयान में कहा था: “संयुक्त राज्य अमेरिका ताइवान के पास पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की उत्तेजक सैन्य गतिविधि से बहुत चिंतित है, जो ताइवान को अस्थिर कर रहा है, और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर कर रहा है।”

अमेरिकी राष्टपति जो बाइडन ने 9 सितंबर को शी जिनपिंग के साथ हुई 90 मिनट की कॉल का भी जिक्र करते हुए दिखाई दिए, जो सात महीनों में उनकी पहली बातचीत थी, जिसमें उन्होंने ये सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर चर्चा की कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच प्रतिस्पर्धा संघर्ष में न बदल जाए।

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