अफ़ग़ानिस्तान में मस्जिद पर ग्रेनेड हमले में छह लोग घायल
पुलिस ने कहा कि बुधवार को अफगानिस्तान की राजधानी में एक मस्जिद में ग्रेनेड विस्फोट में छह लोग घायल हो गए।
अफ़ग़ानिस्तान में पिछले साल अगस्त में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से सार्वजनिक ठिकानों पर हमले काफी हद तक कम हुए हैं लेकिन आतंकवादी इस्लामिक स्टेट समूह देश भर में में हमला करते चल आ रहा है। नमाज़ पढ़ने के लिए आए मोहम्मद यासीन ने कहा कि हमने नमाज पूरी कर ली थी और मस्जिद से बाहर निकल रहे थे कि विस्फोट हुआ।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि पुल-ए-खिस्ती मस्जिद के अंदर एक हथगोला फेंका गया और एक संदिग्ध को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। किसी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इस्लामिक स्टेट-खुरासान आईएस-के समूह ने हाल ही में काबुल और अन्य शहरों में हमले किए हैं।
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी में एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा विस्फोट था जहाँ मुख्य मुद्रा विनिमय केंद्र में एक और विस्फोट हुआ जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए थे। काबुल के सैन्य कमांडर के एक प्रवक्ता के अनुसार बुधवार को विस्फोट हुआ जब किसी ने मस्जिद पर ग्रेनेड फेंका और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
सत्ताधारी इस्लामी तालिबान का कहना है कि उन्होंने अगस्त में सत्ता संभालने के बाद से देश को सुरक्षित कर लिया है और अधिकांश लड़ाई समाप्त हो गई है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों और विश्लेषकों का कहना है कि उग्रवाद के फिर से पनपने का खतरा बना हुआ है और इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह ने कई बड़े हमलों का दावा किया है।
बता दें हाल ही में अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों की तीसरी बैठक चीन के आहुई प्रांत के तुन्शी में हुई। इसमें चीन, ईरान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों या उनके प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में युद्ध से जर्जर अफगानिस्तान की मदद करने के लिए चलाई जा रहीं आर्थिक पुनर्निमाण परियोजनाओं में तापी गैस पाइपलाइन प्रस्ताव, अफगानिस्तान को भारत से गेहूं आपूर्ति और ईरान में चाबहार बंदरगाह के विकास पर चर्चा हुई।