अफगानिस्तान ब्लास्ट पर सुरक्षा परिषद ने अपनाया कड़ा रुख अफगानिस्तान के कुंदूज प्रांत में शिया जामा मस्जिद को निशाना बनाकर किए गए हमले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कड़ा रुख अपनाया है।
अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी गुट आईएस-के ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। अफगानिस्तान के कुंदूज प्रांत की शिया जामा मस्जिद में हुए इस बम धमाके में 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी वहीं 400 से अधिक घायल थे।
सुरक्षा परिषद ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि आतंक के आकाओं को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की जरूरत है। 8 अक्टूबर को कुंदूज प्रांत कi शिया जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान यह धमाका हुआ था।
हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना awn सहानुभूति जताते हुए सुरक्षा परिषद ने कहा कि अफगानिस्तान में हुआ यह हमला कायरता पूर्ण कृत्य है। आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए शांति व सुरक्षा का मुद्दा बन गया है। आतंकवाद के आकाओं और इसके फाइनेंसरों को पकड़ने की बेहद जरूरत है।
इससे पहले सुरक्षा परिषद ने कहा था कि इन आतंकी गतिविधियों का उद्देश्य और आतंकी समूह का प्रेरणा स्रोत कुछ भी हो लेकिन यह एक अपराधिक, कायरतापूर्ण तथा अन्यायपूर्ण कृत्य है।
इस से पहले यूरोपियन यूनियन एक्सटर्नल एक्शन सर्विस ने भी मस्जिद में हुए बम धमाके पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अफगान नागरिकों के अधिकारों, धार्मिक एंव जाती अधिकारों और जीवन का सभी को सम्मान करना चाहिए।
कुंदूज़ मस्जिद में हुए बम धमाके की जिम्मेदारी लेते हुए आतंकी संगठन आईएस-के से जुड़ी संवाद एजेंसी आमाक ने हमलावर की पहचान बताते हुए कहा था कि हमलावर उइगर मुस्लिम था। आतंकी एजेंसी ने दावा किया था कि इस हमले का निशाना शिया समुदाय और तालिबान दोनों थे क्योंकि चीन के दबाव में तालिबान उइगर मुस्लिमों को बाहर निकाल रहा है।
अफगानिस्तान से अमेरिकी एवं नाटो सेनाओं की वापसी के बाद आईएस लगातार तालिबान शासन को चुनौती देने के साथ अल्पसंख्यक शिया समुदाय और उनसे जुड़े धर्म स्थलों को निशाना बना रहा है।