ISCPress

तुर्की में फ़िलिस्तीन समर्थकों का अमेरिकी एयरबेस पर हमला

तुर्की में फ़िलिस्तीन समर्थकों का अमेरिकी एयरबेस पर हमला

हमास-इज़रायल युद्ध में करीब 11 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। ग़ाज़ा में मरने वालों का आंकड़ा बहुत ज्यादा है। ऐसे में, यहां मानवीय संकट बढ़ता जा रहा है। ग़ाज़ा में मानवीय संकट बदतर होने के कारण तुर्किए लगातार इज़रायल की तीखी आलोचना कर रहा है, मगर खुलकर फ़िलिस्तीन का समर्थन भी नहीं कर रहा है। दूसरी तरफ वह हमास के सदस्यों की मेजबानी करते हुए टू-स्टेट सॉल्यूशन का समर्थन कर रहा है। गौरतलब है, इज़रायल -हमास युद्ध शुरू होने के बाद से तुर्किए में बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।

इज़रायली सेना ने हमास को खत्म करने का संकल्प लिया है। वहीं, अमेरिका इज़रायल के साथ डटकर खड़ा है। इसकी वजह से उसके विरोध में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच, ग़ाज़ा पर वार्ता के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के अंकारा पहुंचने से कुछ घंटे पहले, रविवार को फ़िलिस्तीन समर्थक लोगों ने अमेरिकी एयरबेस पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, तुर्किए पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया।

इस सप्ताह की शुरुआत में, आईएचएच ह्यूमैनिटेरियन रिलीफ फाउंडेशन ने अमेरिका द्वारा इज़रायल का समर्थन करने का विरोध जताने के लिए दक्षिणी तुर्किए के अदाना प्रांत में इंसर्लिक एयरबेस पर भीड़ को जमा किया। दरअसल, इंसर्लिक एयरबेस का इस्तेमाल सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट से लड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय गठबंधन को मदद देने के लिए किया जाता है। इसमें अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं।

एयरबेस के बाहर जुटी भीड़ फ़िलिस्तीनी झंडे लहराती और नारे लगाती दिखी। इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को गिरा दिए और उनसे भिड़ गई। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर प्लास्टिक की कुर्सियां, पत्थर और अन्य सामान भी फेंका।

बिगड़ते हालात को देखकर पुलिस ने आंसू गैस छोड़ने का फैसला लिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, साथ ही पानी की बौछार भी की। इसके बाद भीड़ और भड़क गई और सुरक्षा बलों से जबरदस्त झड़प हुई। फ़िलिस्तीन समर्थकों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

आईएचएच के विरोध प्रदर्शन के दौरान इंसर्लिक को बंद करने की मांग की गई। हालांकि, आईएचएच के अध्यक्ष बुलेंट यिल्डिरिम ने अदाना में भीड़ से पुलिस पर हमला ना करने की अपील की।

Exit mobile version