यूनान: रूस के खिलाफ यूरोपीय प्रतिबंधों से हमें ही नुकसान पहुंचा है

यूनान: रूस के खिलाफ यूरोपीय प्रतिबंधों से हमें ही नुकसान पहुंचा है

यूनानी प्रधानमंत्री क्यारीकास मित्सोटाकिस ने रविवार को कहा कि पश्चिमी देश रूस पर प्रतिबंध लगाने के नकारात्मक परिणामों को समझ चुके हैं लेकिन उनकी रणनीति बदलने का कोई इरादा नहीं है।

यूनानी प्रधानमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि रूस के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध वापस लौट आए हैं और यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है। यूनानी प्रधान मंत्री ने कहा कि यूरोप मौजूदा स्थिति को जारी रखने के लिए कितना तैयार है और अगर यूरोप रूस के साथ ऊर्जा युद्ध को रोकने का कोई रास्ता नहीं खोजता है तो सब कुछ पूर्ण अस्थिरता की स्थिति में पहुंच जाएगा।

क्यारीकास मित्सोटाकिस ने आगे कहा कि पहले ही क्षण से जब हमने रूस के खिलाफ व्यापक प्रतिबंध लगाए थे तो मैं अब इस बात का खुलासा करना चाहूंगा कि वे सबसे गंभीर प्रतिबंध थे जो हमने कभी लगाए थे हमें तुरंत पता चल गया था कि हमारे देश ने एक जटिल ऑपरेशन में प्रवेश किया है। हमने चेतावनी दी थी कि यह हमारी पसंद की कीमत होगी। सभी जानते थे कि रूस गैस को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकता है।

विश्व बैंक का अनुमान है कि इस साल यूक्रेन की जीडीपी में 45 फीसदी की कमी आ जाएगी। ताजा अनुमान के मुताबिक अभी नुकसान एक तिहाई के करीब है। जान-माल की हानि का तो हिसाब ही नहीं लगाया जा सकता। इस बीच इसके युद्धरत राष्ट्रपति ने कहा है कि नागरिक सुविधाओं को फिर से खड़ा करने के लिए 750 अरब डॉलर की जरूरत पड़ेगी। यह युद्ध से पहले उसकी जीडीपी के पांच गुना के बराबर है। युद्ध जारी रहा तो यह खर्च और बढ़ सकता है। खुद आर्थिक परेशानी में फंसा कोई पश्चिमी देश इतनी नकदी नहीं जुटा सकता।

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