स्पेनिश सांसद ने उगला ज़हर, यूरोप को यूक्रेन के शरणार्थियों का स्वागत करना चाहिए मुस्लिम शरणार्थियों का नहीं स्पेन के सांसद और दक्षिणपंथी वोक्स पार्टी के नेता सैंटियागो अबस्कल ने कहा कि स्पेन देश को यूक्रेनी शरणार्थियों का स्वागत करना चाहिए लेकिन मुसलमानों का नहीं।
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहा युद्ध शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। युद्ध के कारण यूक्रेन के लोग अपने अपने घर छोड़कर आस-पास के देशों में शरण ले रहें हैं। इसी बीच स्पेनिश कांग्रेस के सदस्य एवं वोक्स पार्टी के अध्यक्ष सैंटियागो अबस्कल ने मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया हैं। सूत्रों के अनुसार स्पैनिश कांग्रेस के सदस्य और वोक्स पार्टी के अध्यक्ष सैंटियागो अबस्कल का कहना है कि यूरोप को यूक्रेनियन का स्वागत करना चाहिए लेकिन मुस्लिम शरणार्थियों के आक्रमण से अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए।
रूस और यूक्रेन में जंग जारी है तो दूसरी ओर वॉर जोन से निकलने के लिए मारामारी भी जारी है. दो देशों की जंग ने आम लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक दो हफ्ते की जंग में 15 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं। यद्यपि पड़ोसी यूरोपीय संघ के सभी देशों ने यूक्रेन संकट के कारण सीमा पार करने वाले शरणार्थियों को स्वीकार करने का वचन दिया है, फिर भी एक जटिल कहानी सामने आती है कि आधुनिक यूरोप में किसे अच्छे बुरे और आदर्श शरणार्थियों के रूप में माना जाएगा और स्वीकार किया जाएगा।
युद्ध से यूक्रेन की बिगड़ती हालत को देखते हुए यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र को बड़े पैमाने पर यूक्रेन से लोगों के पलायन का डर सता रहा है। ऐसी आशंका है कि लगभग 70 लाख लोग यूक्रेन से पड़ोसी देशों, पोलैंड, स्पेन, माल्डोवा, रोमानिया, स्लोवाकिया और हंगरी में शरण ले सकते हैं। इतने बड़े पैमाने पर लोगों के पलायन होने से मानव तस्करी में भयानक रूप से बढ़ोतरी हो सकती है। लोगों के देश छोड़ने से इस बात का भी खतरा पैदा हो गया है कि ज्यादातर महिलाएं वेश्यावृत्ति, आपराधिक गतिविधियों और जबरन गुलामी के जंजाल में फंस सकती हैं।