यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर दागी गई रूसी किंजल सुपरसोनिक मिसाइल रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि उसने यूक्रेन में अपने विशेष अभियान में पहली बार सुपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है।
वाशिंगटन टाइम्स के अनुसार रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसने पश्चिमी यूक्रेन में एक हथियार डिपो को निशाना बनाने के लिए संघर्ष में पहली बार अपनी नवीनतम सुपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किंजल मिसाइलों ने यूक्रेन के इवानो-फ्रैंकिवस्क क्षेत्र में मिसाइलों और भूमिगत गोला-बारूद के भंडार को नष्ट कर दिया है।
यह हमला शुक्रवार को हुआ था। फरवरी के अंत में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से सुपरसोनिक मिसाइलों का पहला प्रयोग था। किंजल सुपरसोनिक मिसाइलें 2,000 किलोमीटर (1,243 मील) दूर तक के लक्ष्य को भेद सकती हैं। मार्च 2018 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अनावरण किए गए कई रणनीतिक हथियारों में से एक किंजल मिसाइलें हैं। किंजल मिसाइल की गति मच 5 ध्वनि गति से अधिक है और भूमिगत प्रतिष्ठानों को भी नष्ट कर सकता है।
रूस ने यूक्रेन युद्ध में अभी तक उच्च-सटीक हथियार का उपयोग करने की बात को अभी तक स्वीकार नहीं किया था लेकिन पहली बार रूसी रक्षा मंत्रालय ने तबाही मचाने वाले हाइपरसोनिक हथियार का इस्तेमाल करने की बात कही है। राज्य समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने कहा कि रूस ने पश्चिमी यूक्रेन में संघर्ष के दौरान किंजल हाइपरसोनिक हथियारों का पहली बार इस्तेमाल किया है।
मॉस्को का दावा है कि किंजल या डैगर पर वर्तमान में पश्चिमी हथियारों बेअसर हैं। किंजल हाइपरसोनिक मिसाइल की मारक क्षमता 1,250 मील की है और यह का मिसाइल परमाणु सक्षम मिसाइल है जिसके जरिए परमाणु बम से ही भी हमला किया जा सकता है। हालांकि यूक्रेन पर किंजल मिसाइल ने पारंपरिक हथियार के साथ हमला किया है।