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ब्रिटिश आर्मी में 50% से अधिक महिलाओं का यौन उत्पीड़न

ब्रिटिश आर्मी में 50% से अधिक महिलाओं का यौन उत्पीड़न हाउस ऑफ कॉमंस की डिफेंस कमेटी ने कहा है कि यूके की सेना में कार्यरत लगभग 58% महिलाओं ने यौन उत्पीड़न भेदभाव एवं दुर्व्यवहार का सामना किया है ।

ब्रिटिश आर्मी में यौन उत्पीड़न के नए आंकड़ों के अनुसार यौन उत्पीड़न का सामना करने वाली महिलाओं में से 10 में से 6 अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की शिकायत भी नहीं कर पातीं।

“सशस्त्र बलों में महिलाएं : सेवा से नागरिक जीवन तक” नाम की रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्पीड़न का शिकार हुई अधिकांश महिला सैन्य कर्मियों का कहना है कि उनके साथ यौन उत्पीड़न , भेदभाव और दुर्व्यवहार उनकी नस्ल और लिंग के कारण हुआ है ।

इस रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित महिलाओं ने कहा है कि उनके धर्म एवं अन्य कारणों से भी उन्हें उत्पीड़न का निशाना बनाया गया है । यह रिपोर्ट ब्रिटिश सेना में शामिल रही महिलाओं की गवाही पर आधारित है ।

इस रिपोर्ट में उजागर हुआ है कि रक्षा विभाग महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार की जांच एवं उन्हें सही आकार की यूनिफार्म और उचित उपकरण देने में भी सक्षम नहीं है । 77 फीसद महिलाओं का कहना है कि उन्हें मिलने वाला यूनिफार्म सही नहीं था और वह इससे खुश नहीं है।

इस रिपोर्ट के अनुसार 93% महिलाओं ने कहा कि उनकी उपस्थिति में अश्लील कमेंट या यौन गतिविधियां हुईं जबकि 34 प्रतिशत का कहना था कि उनके साथ छेड़छाड़ या गलत तरीके से छुए जाने की घटना हुई ।

इस रिपोर्ट के अनुसार 13 फीसद के अनुसार उन्हें बिना उनकी अनुमति के गलत तरीके से छुआ गया और 7% के अनुसार उन्हें यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।

almesasports.com की रिपोर्ट के अनुसार हाउस ऑफ कॉमंस की रक्षा समिति ने इस रिपोर्ट के जवाब में रक्षा विभाग से उचित कार्रवाई करने की मांग की है ताकि सैन्य बलों में जारी यौन उत्पीड़न की घटनाओं को रोका जा सके और शिकायतों को की जांच हो सके ।

इस समिति में ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय से मांग की है कि वह स्वास्थ्य नीतियों के संदर्भ में सेना में महिलाओं की विशेष जरूरतों पर ध्यान दें और इस मुद्दे पर अधिक जानकारी साझा करे।

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