जर्मनी 35 F-35 लड़ाकू विमान खरीदेगा जैसे-जैसे यूक्रेन संकट को लेकर रूस पर पश्चिमी दबाव बढ़ रहा है जर्मन अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत करने के कदम तेज कर रहा है।
जर्मन समाचार एजेंसी डॉयचे वेले ने बताया कि जर्मन सेना 35 F-35 लड़ाकू जेट खरीदना चाहती है। जर्मन सरकार के सूत्रों ने एजेंसी को बताया कि जर्मन संघीय सरकार जर्मन वायु सेना को यूएस-निर्मित F-35 लड़ाकू विमानों से लैस करना चाहती है। रिपोर्ट के अनुसार जर्मन संघीय सरकार अमेरिकी कंपनी “लॉकहीड मार्टिन” द्वारा निर्मित लड़ाकू जेट विमानों को टॉर्नेडो बेड़े के विमान से बदलने के लिए तैयार है जिसे बर्लिन ने 40 साल से अधिक समय पहले अपनी वायु सेना से लैस किया था।
जर्मन सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि अपने पुराने टॉरनेडो विमान को बदलने के लिए इस डील को मंजूरी दी गई है। जर्मनी ने 35 की संख्या में F-35 लड़ाकू विमानों की इस डील को काफी गुप्त तरीके से अंजाम दिया है। F-35 लड़ाकू विमान को दुनिया का सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान कहा जाता है। यह पांचवी पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान है। लॉकहीड मार्टिन का दावा है कि वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग करने में माहिर इल लड़ाकू विमान को रडार से पकड़ा नहीं जा सकता है।
फरवरी में ऐसी खबर आई थी कि जर्मनी F-35 लड़ाकू विमानों में दिलचस्पी दिखा रहा है। वर्तमान में टॉरनेडो एकमात्र ऐसा लड़ाकू विमान है जो संघर्ष की स्थिति में जर्मनी में रखे अमेरिकी परमाणु बम लेकर जा सकता है। जर्मन वायु सेना 1980 के दशक से टॉरनेडो विमानों को उड़ा रही है। अब तकनीक पुरानी पड़ने के कारण 2015 से इसे क्रमबद्ध तरीके से हटाने का प्लान बनाया गया है।
जर्मनी के लिए लॉकहीड मॉर्टिन का F-35 खरीदना बोइंग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पूर्व जर्मन रक्षा मंत्री एनेग्रेट क्रैम्प-कैरेनबाउर ने टॉरनेडो की जगह पर बोइंग के एफ-18 लड़ाकू विमान खरीदने का समर्थन किया था।