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ग़ाज़ा में भूख और कुपोषण के कारण, बढ़ रहा है बच्चों की मौत का आंकड़ा

ग़ाज़ा में भूख और कुपोषण के कारण, बढ़ रहा है बच्चों की मौत का आंकड़ा

ग़ाज़ा में भूख की स्थिति हर गुज़रते दिन के साथ बदतर होती जा रही है। बच्चे भूख और कुपोषण से मर रहे हैं। जरूरतमंदों तक सहायता नहीं पहुंच रही है और सहायता ट्रकों को इजरायली सैनिक निशाना बना रहे हैं। ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में नागरिक अपने भूखे बच्चों को खिलाने के लिए ध्वस्त इमारतों के मलबे में खाने-पीने की चीजें तलाश रहे हैं। अल जज़ीरा द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, एक नागरिक को राहत ट्रक से सड़क पर फैला हुआ आटा उठाते हुए देखा जा सकता है।

ग़ाज़ा के हालात को अपने वीडियो ब्लॉग के जरिए पूरी दुनिया के सामने रखने वाले हमजा अबू ताहा ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें कुछ नागरिकों को मलबे में खाने-पीने का सामान ढूंढते देखा जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि 567,000 लोग ऐसे हैं जो इतने भाग्यशाली नहीं हैं कि उन्हें भरपेट खाना मिल सके। संयुक्त राष्ट्र ने खुद चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही युद्धविराम नहीं हुआ तो गाजा में भूख की स्थिति बहुत गंभीर हो जाएगी।

संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध मानवाधिकार संगठनों ने शिकायत की है कि उन्हें “ग़ाज़ा में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने से व्यवस्थित रूप से रोका जा रहा है” और राहत सामग्री वाले क़ाफ़िलों पर हमला किया जा रहा है। अल जज़ीरा संवाददाता हानी महमूद के अनुसार, उत्तरी ग़ाज़ा में नागरिक न केवल बमों से बल्कि भूख से भी मर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों में ही 6 लाख जरूरतमंद लोगों के लिए 20 राहत ट्रक प्रवेश कर चुके हैं। ऐसी आशंकाएं बढ़ रही हैं कि आने वाले दिनों में गाजा में भूख से बड़ी संख्या में मौतें हो सकती हैं। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन के उप महानिदेशक ने कहा कि ग़ाज़ा में पानी की आपूर्ति भी सीमित है। 7 अक्टूबर से पहले गाजा के लोगों को जितना पानी सप्लाई किया जा रहा था, उस वक्त उसका सिर्फ 7% ही सप्लाई किया जा रहा है।

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