सूडान में तख्तापलट , मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री हमदौक भी गिरफ्तार अनातोलिया समाचार एजेंसी ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि सूडानी गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष अब्दुल फत्ताह अल-बुरहान देश में ताजा घटनाक्रम पर जल्दी ही एक बयान जारी करेंगे।
सूडान में तख्तापलट के साथ ही प्रधानमंत्री हमदौक और उनकी सरकार में शामिल मंत्रियों और अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूडान के प्रधानमंत्री अब्दुल्लाह हमदौक को उनकी सरकार में कई मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार सैन्य तख्तापलट की चर्चा के बीच सोमवार सुबह नजरबंद कर दिया गया है।
मिडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि एक सैन्य बलों ने प्रधानमंत्री के घर को घेर लिया और उन्हें नजरबंद कर दिया। सूडान की राजधानी खार्तूम में सोमवार की सुबह से क्या हो रहा है, इसको लेकर लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं कि वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से लोग टेलीविजन पर कोई बयान दिया जाए।
अल-जज़ीरा के संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार खार्तूम और उत्तरी खार्तूम शहरों की सड़कों और विभिन्न क्षेत्रों से हलचल है। लेकिन अल जज़ीरा के संवाददाता बॉब ओल्ड हरमा की माने तो खार्तूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अब तक नेविगेशन सामान्य लगता है। वहीँ कई एजंसियों ने आज सोमवार सुबह कई अधिकारियों और राजनेताओं की गिरफ्तारी की पुष्टि की।
उद्योग मंत्री इब्राहिम अल-शेख की बेटी ने अल जज़ीरा को बताया कि सेना ने आज सुबह उसके पिता को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। कहा जा रहा है कि सूडान में सैन्य और नागरिक घटकों के बीच तनाव बढ़ गया है।
सेना की ओर से तख्तापलट के बाद भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आये हैं। सत्ता पर सेना के कब्जे के विरोध में हजारों लोग राजधानी खार्तूम और इसके पास के शहर ओमडर्मन में सड़कों पर उतरे।
ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में दिख रहा है कि प्रदर्शनकारी सड़कें जाम कर रहे हैं और टायरों में आग लगा रहे हैं, वहीं सुरक्षा बल उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दाग रहे हैं।
वीडियो में आसानी से देखा जा सकता है कि काफी संख्या में लोग नील नदी पर बने पुल को पार कर राजधानी पहुंच रहे हैं। सूडान में पूर्व निरंकुश शासक उमर अल-बशीर को सत्ता से हटाए जाने के बाद, दो साल से अधिक समय से जारी लोकतंत्रिक सरकार बनाने के प्रयासों के बीच तख्तापलट की यह खबर सामने आई है।
इस से पहले खबरें थी कि बुरहान सत्तारूढ़ अस्थायी परिषद् का नेतृत्व असैन्य सरकार को सौंपने वाले थे। सूडान में चल रहे घटनाक्रम पर चिंता जताते हुए ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ के लिए अमेरिकी विशेष दूत जेफरी फेल्टमैन ने कहा, अमेरिका इससे बेहद चिंतित है और उसने संकेत दिया था कि सैन्य तख्तापलट से इस गरीब देश को अमेरिकी सहायता पर असर पड़ेगा। ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ में जिबूती, इरिट्रिया, इथियोपिया और सोमालिया शामिल हैं।