10 देश, फ़िलिस्तीनी राष्ट्र को मान्यता देंगे: फ्रांस
फ्रांस के विदेश मंत्री “जीन-नोइल बैरोट” ने घोषणा की है कि फ़िलिस्तीन को मान्यता देने का फ्रांस का फैसला, सितंबर महीने में कई अन्य देशों को भी इस कदम की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान के साथ बैरोट ने कहा: “हमारी बातचीत का उद्देश्य उन सहयोगियों को मनाना है जो अब भी हिचकिचा रहे हैं कि कार्रवाई का समय आ चुका है।”
फ्रांस के विदेश मंत्री ने कहा कि सितंबर में फ़िलिस्तीन को मान्यता देने का फ्रांस का निर्णय अन्य देशों को भी ऐसे कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने ज़ोर दिया कि दो-राष्ट्र समाधान “आज, ओस्लो समझौते (30 साल पहले) के बाद से पहले से कहीं अधिक खतरे में है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि, ग़ाज़ा के भविष्य के लिए राजनीतिक दृष्टिकोण के बिना स्थायी युद्ध-विराम संभव नहीं है। बारो ने कहा कि, ग़ाज़ा में युद्ध जारी रहना और इज़रायल की बस्ती निर्माण गतिविधियाँ शांति की संभावनाओं को और बिगाड़ रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि, फ्रांस अब “और इंतज़ार नहीं कर सकता” और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान सितंबर में फ़िलिस्तीन को आधिकारिक मान्यता देंगे।
बैरोट ने कहा: “यह शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने का एकमात्र रास्ता है — न सिर्फ़ इज़रायल और फ़िलिस्तीन के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए।” फ्रांस, जी-7 का पहला देश बन जाएगा जो यह कदम उठाएगा और यह पहल सऊदी अरब के साथ समन्वय कर एक नई अंतरराष्ट्रीय लहर पैदा करेगी। उन्होंने बताया कि, कई यूरोपीय और पश्चिमी देश पहले ही फ़िलिस्तीन को मान्यता देने की इच्छा जता चुके हैं और संभव है कि कुछ देश सितंबर में फ्रांस का अनुसरण करें।
फ्रांस के विदेश मंत्री ने कहा: “हमें नियति-वाद (जबरदस्ती की सोच) को ठुकराना होगा। हमारे फैसले, फिलिस्तीनी अथॉरिटी और अरब देशों की सुरक्षा संबंधी प्रतिबद्धताओं के साथ मिलकर, सबसे बुरे हालात को रोक सकते हैं।”

