सऊदी अरब और थाईलैंड के बीच जमी बर्फ पिघली, हीरा चोरी से बिगड़े थे रिश्ते
50 कैरेट हीरे की चोरी को लेकर दो देशों के बीच पछले 30 साल से चला आ रहा मन मुटाव खत्म होने के आसार है।
सऊदी अरब और थाईलैंड अब फिर से दोस्त बन चुके हैं। सऊदी अरब और थाइलैंड पूरे 30 साल बाद एक बार फिर से दोस्त बन गए हैं, सऊदी ने आदेश दिया है कि जल्द ही राजनयिक संबंधों को पूर्ण रूप से बहाल किया जाए।
आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि एक हीरे की चोरी को लेकर दोनों देशों के रिश्ते ख़त्म हो गए थे और इनके बीच बातचीत बंद थी, हालांकि अब दोनों देशों के बीच दोबारा से संबंध बेहतर हुए हैं और समझौता हो गया है।
बात दरअसल यह है कि एक प्रिंस फ़ैसल बिन फ़हद के महल से 91 किलो के गहने और बेहद क़ीमती रत्न चोरी हो गए थे, यह चोरी थाइलैंड के एक नागरिक क्रिआंगक्राई टेकामोंग ने की थी जो उस समय वहां पर नौकर था। चोरी के बाद गहनों को महल के एक वैक्यूम क्लीनर के बैग में छिपा दिया था, चोरी किए गए सामान में एक 50 कैरेट का क़ीमती ब्लू डायमंड भी था।
चोरी के बाद क्रिआंगक्राई इन सभी गहनों को थाइलैंड के लैम्पांग प्रांत में अपने घर भेजने में सफ़ल रहा था। लेकिन गहनों को संभालना उसके लिए मुश्किल साबित हुआ। उसने गहनों को कम दामों में बेचना शुरू कर दिया लेकिन थोड़े ही समय में वह शक के दायरे में आ गया। रॉयल थाई पुलिस ने जांच शुरू की और गहनों को बरामद कर लिया और क्रिआंगक्राई को 7 साल जेल की सज़ा सुनाई गई।
थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रत्युत चान ओचा की सऊदी अरब की आधिकारिक यात्रा के दौरान दोनों देशों ने यह फ़ैसला किया। यह 1989 के घटनाक्रम को लेकर संबंध ख़राब होने के बाद से दोनों देशों के बीच सबसे उच्च स्तर की बैठक है। सऊदी अरब इस चोरी की घटना के कारण थाईलैंड के साथ राजनयिक संबंधों का स्तर कम कर दिया था। इस चोरी के कारण कई रहस्यमयी हत्याएं हुई थीं। यह पूरा मामला ब्लू डायमंड के मामले के नाम से चर्चा में आया।