वेनज़ुएला का अमेरिका की सैन्य तैनाती पर प्रतिक्रिया
वेनज़ुएला सरकार ने त्रिनिदाद और टोबैगो में अमेरिकी युद्धपोत “USS ग्वाल्टी” की तैनाती और इस देश के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास की निंदा की, इसे “उकसाने वाला सैन्य क़दम” क़रार दिया।
वर्ल्ड न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, वेनज़ुएला ने अमेरिकी युद्धपोत के त्रिनिदाद और टोबैगो में ठहरने और दोनों देशों के बीच सैन्य अभ्यास की आलोचना करते हुए इसे अपने ख़िलाफ़ एक बहुत ही उकसाने वाला कदम बताया। वेनज़ुएला सरकार ने कहा कि, यह सैन्य क़दम एक झूठे झंडे का ऑपरेशन हो सकता है, जो त्रिनिदाद और टोबैगो के समुद्री क्षेत्र या वेनज़ुएला की सीमा से शुरू हो सकता है, ताकि एक पूर्ण सैन्य संघर्ष के लिए परिस्थितियां बनाई जा सकें।
इस बयान में अमेरिकी केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) और त्रिनिदाद और टोबैगो को वेनज़ुएला के खिलाफ “उकसाने वाले सैन्य क़दम” की साज़िश रचने का दोषी ठहराया गया।
इसमें यह भी कहा गया कि हाल के हफ्तों में अमेरिकी सेना ने कैरेबियाई सागर और पैसिफिक महासागर में ड्रग्स की तस्करी से जुड़े जहाजों पर कई हमले किए हैं। वेनज़ुएला अधिकारियों का कहना है कि, एक समूह जो “CIA से सीधे जानकारी प्राप्त करता था” को गिरफ़्तार किया गया था, और उनका उद्देश्य एक नकली हमला करना था ताकि इसे एक सैन्य कार्रवाई के लिए आधार बनाया जा सके।
रॉयटर्स के अनुसार, त्रिनिदाद और टोबैगो और अमेरिका के बीच यह संयुक्त सैन्य अभ्यास कैरेबियाई सागर में चल रहा है, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ने का खतरा है। पहले वेनज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ट्रंप सरकार को कराकस में शासन परिवर्तन के लिए CIA द्वारा गुप्त ऑपरेशनों को मंजूरी देने का आरोप लगाया था।
हालांकि त्रिनिदाद और टोबैगो के अधिकारी इस सैन्य सहयोग को “रक्षा क्षमता को मजबूत करने और सीमा पार खतरों, जैसे ड्रग तस्करी से निपटने” के रूप में पेश कर रहे हैं, लेकिन क्षेत्रीय विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी युद्धपोत का वेनज़ुएला के इतने पास तैनात होना, मादुरो सरकार के लिए एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश भेजता है और इससे कैरेबियाई क्षेत्र में सैन्य तनाव बढ़ सकता है।
यह संयुक्त सैन्य अभ्यास उस समय हो रहा है जब दोनों देशों के रिश्ते हाल के वर्षों में सबसे निचले स्तर पर हैं, और हाल ही में जब ट्रंप ने वेनज़ुएला पर सैन्य कार्रवाई की धमकी दी थी, मादुरो ने कहा था कि उनके देश के पास 5,000 से अधिक रूसी एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें हैं।

