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अमेरिकी सेना के अफ़सर, ग़ाज़ा नरसंहार का विरोध करने पर गिरफ़्तार 

अमेरिकी सेना के अफ़सर, ग़ाज़ा नरसंहार का विरोध करने पर गिरफ़्तार 

अमेरिकी सेना ने इज़रायल में हो रहे “नरसंहार” के लिए फंडिंग का विरोध करने वाले अपने ही सैनिकों को गिरफ़्तार कर लिया। इस कदम ने अमेरिका के भीतर सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है।

फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी के अंतरराष्ट्रीय डेस्क के अनुसार, अमेरिकी सेना के दो जवानों — जिनमें ग़ाज़ा में मौजूद एंथनी एग्विलार और एक महिला अफ़सर शामिल हैं — को इज़रायल के ग़ाज़ा में किए जा रहे अपराधों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के कारण हिरासत में ले लिया गया। गिरफ़्तारी के वक़्त एग्विलार ने चिल्लाते हुए कहा: “हर अमेरिकी, जो अभी अपने घर बैठा है, उसे यह समझना चाहिए कि, आप लोग नरसंहार के लिए पैसा दे रहे हैं।”

महिला अफ़सर ने भी नारे लगाए: “उठो… उठो अमेरिका… अब समय आ गया है कि इस देश को इन भ्रष्ट नेताओं से वापस लिया जाए… समय आ गया है… बल्कि अब तो समय निकल भी गया है…”

एग्विलार पहले भी इज़रायल के ग़ाज़ा में बने मानवीय फ़ाउंडेशन और वहां “मौत के जाल” बिछाने के तरीक़ों को उजागर कर चुके थे। उनका कहना था कि, बच्चे कई किलोमीटर तक पैदल चलकर खाना लेने जाते हैं, लेकिन जैसे ही खाना लेते हैं, इज़रायली सैनिक गोलियां चलाकर उन्हें मार देते हैं।

इस अमेरिकी अफ़सर ने साफ़ कहा था कि इन कार्रवाइयों में इज़रायल को अमेरिका का समर्थन प्राप्त है। अब एग्विलार और एक अन्य अमेरिकी अफ़सर को हिरासत में ले लिया गया है।

दोनों की गिरफ़्तारी का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का ग़ुस्सा फूट पड़ा। एक यूज़र ने अमेरिका को “इज़रायल के क़ब्ज़े में आया हुआ देश” बताते हुए लिखा कि इस तरह की घटनाएँ सिर्फ़ एक क़ब्ज़े वाले देश में ही हो सकती हैं।

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