ईरान पर हमले की रिपोर्ट देने पर अमेरिकी जनरल बर्ख़ास्त
अमेरिकी रक्षामंत्री ने रक्षा खुफ़िया एजेंसी (DIA) के प्रमुख जनरल जेफ़्री क्रूस को इस वजह से बर्ख़ास्त कर दिया कि उन्होंने हाल ही में अमेरिका द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं पर किए गए हवाई हमलों के बाद हुए नुक़सान की एक प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।
अमेरिकी मीडिया, जिनमें एसोसिएटेड प्रेस भी शामिल है, के अनुसार इस रिपोर्ट ने तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नाराज़ कर दिया। रक्षा खुफ़िया एजेंसी पेंटागन के अधीन काम करने वाला एक संगठन है जो सैन्य और सुरक्षा से जुड़ी सूचनाएँ इकट्ठा और विश्लेषण करता है।
रिपोर्ट में कहा गया था कि जून में हुए अमेरिकी हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम सिर्फ़ कुछ महीनों के लिए पीछे चला गया है। यह निष्कर्ष ट्रंप और इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दावों के उलट था। ट्रंप ने कहा था कि, ईरान का परमाणु कार्यक्रम “पूरी तरह से नष्ट” कर दिया गया है, जबकि नेतन्याहू ने इसे “पूर्ण सफलता” बताया था।
हमलों के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में अमेरिकी रक्षा मंत्री हैग्सथ ने मीडिया को इस प्रारंभिक रिपोर्ट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आलोचना की थी, लेकिन उन्होंने भी ईरान की परमाणु सुविधाओं के नष्ट होने का कोई ठोस सबूत नहीं दिया।
इस बर्ख़ास्तगी की ख़बर सबसे पहले वॉशिंगटन पोस्ट ने दी। यह घटना ट्रंप प्रशासन में उस प्रवृत्ति की मिसाल है जिसमें वे ऐसे अधिकारियों को हटाते रहे जिनकी रिपोर्टें या आँकड़े उनकी राजनीतिक सोच से मेल नहीं खाते।
उदाहरण के तौर पर, इसी महीने की शुरुआत में ट्रंप ने उस अधिकारी को भी बर्ख़ास्त किया जिसने श्रम विभाग की एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बताया गया था कि रोज़गार की स्थिति उतनी अच्छी नहीं है जितनी बताई जा रही थी। ट्रंप प्रशासन ने जलवायु परिवर्तन और वैक्सीन से संबंधित कई रिपोर्टों और अध्ययनों को भी रोक दिया है। कई पूर्व खुफ़िया अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि इस तरह की कार्रवाइयाँ खुफ़िया और सैन्य एजेंसियों की निष्पक्ष और सटीक विश्लेषण देने की क्षमता को गंभीर रूप से कमज़ोर कर सकती हैं।

