ट्रंप ने वेनेज़ुएला से कूटनीतिक संपर्क तोड़े, सैन्य टकराव की आशंका बढ़ी: न्यूयॉर्क टाइम्स
अमेरिकी अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट में खुलासा किया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेज़ुएला के साथ सभी कूटनीतिक संपर्कों को अचानक रोक दिया है। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच तनाव पहले से ही चरम पर है, और इस फ़ैसले ने दोनों देशों के बीच संभावित सैन्य टकराव की संभावना को और मज़बूत कर दिया है।
रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि, डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विशेष दूत को आदेश दिया है कि वेनेज़ुएला के अधिकारियों से चल रही सभी बातचीत और संपर्क तुरंत बंद कर दिए जाएं। यह वही विशेष दूत थे जो पिछले कई महीनों से शांतिपूर्ण समझौते की दिशा में प्रयासरत थे। लेकिन ट्रंप प्रशासन की नीति में अचानक बदलाव यह संकेत देता है कि, वॉशिंगटन अब बातचीत की जगह दबाव और शक्ति के इस्तेमाल की रणनीति अपना रहा है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने पहले ही वेनेज़ुएला के खिलाफ़ कई सैन्य योजनाएं तैयार कर ली हैं, जिनमें “सीमित हवाई हमले” से लेकर “नौसैनिक नाकाबंदी” जैसे विकल्प शामिल हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, ट्रंप अब अमेरिकी सेना की पूरी ताक़त का इस्तेमाल मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के नाम पर करने को तैयार हैं — जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि यह असल में काराकास सरकार को अस्थिर करने की रणनीति है।
ट्रंप प्रशासन का यह रुख लैटिन अमेरिका की राजनीति पर गहरा असर डाल सकता है। वेनेज़ुएला लंबे समय से अमेरिकी प्रतिबंधों, आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने बार-बार कहा है कि, अमेरिका उनकी सरकार को गिराने की साज़िश रच रहा है। वहीं वॉशिंगटन की ओर से मादुरो सरकार पर मानवाधिकार उल्लंघन और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाते रहे हैं।
अमेरिकी विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह कूटनीतिक गतिरोध जारी रहा, तो आने वाले महीनों में वेनेज़ुएला के खिलाफ़ अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप की आशंका वास्तविक रूप ले सकती है।

