किसी भी आक्रमण का सामना करने के लिए पूरे वेनेज़ुएला में सेना तैनात: मादुरो
वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने गुरुवार तड़के देश के सशस्त्र बलों की तैयारियों और प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सेना ने पिछले 22 हफ्तों से निरंतर सैन्य, नागरिक और सुरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त किया है और अब किसी भी संभावित आक्रमण का सामना करने के लिए उच्चतम स्तर की तैयारियों में है। मादुरो ने यह बयान अमेरिका की धमकियों के बीच दिया, जिससे यह स्पष्ट संकेत माना जा रहा है कि वेनेज़ुएला अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति गंभीर है।
मादुरो ने अपने वीडियो संबोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण पूरे देश में तैनात सैनिकों को न केवल युद्ध के लिए, बल्कि नागरिक सुरक्षा और देश की समग्र रक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए तैयार करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वेनेज़ुएला अब तक की अपनी सबसे मजबूत रक्षा क्षमता पर पहुँच चुका है। मादुरो के अनुसार, यह प्रशिक्षण केवल आज की चुनौतियों का सामना करने के लिए ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वतंत्र और सम्मानपूर्ण देश सुनिश्चित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति ने कहा, “यह प्रशिक्षण हमें अपनी भूमि, संप्रभुता और राष्ट्रीय गौरव की रक्षा करने के लिए सक्षम बनाता है। हमारा उद्देश्य एक ऐसा स्वतंत्र और सुरक्षित देश बनाना है जो किसी बाहरी दबाव या आक्रमण के सामने डगमगाए नहीं।”
इससे पहले, रॉयटर्स ने अनाम सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मादुरो को फोन किया और कहा कि उन्हें शुक्रवार तक वेनेज़ुएला छोड़ देना चाहिए। यह घटना अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच बढ़ते तनाव की ओर इशारा करती है। मादुरो की यह घोषणा इस बात का संकेत है कि वेनेज़ुएला ने देश की सुरक्षा और सैन्य तैयारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। पूरे देश में सैनिकों की तैनाती और लंबे प्रशिक्षण का मकसद न केवल संभावित आक्रमण से निपटना है, बल्कि जनता के सामने यह संदेश देना भी है कि देश अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है।

