स्पेन ने इज़रायल पर झूठे आरोप लगाने का इल्ज़ाम लगाकर अपना राजदूत वापस बुलाया: रिपोर्ट
स्पेन ने इज़रायल पर झूठा आरोप लगाने का इल्ज़ाम लगाकर अपना राजदूत वापस बुला लिया, वहीं इज़रायल ने स्पेन पर यहूदी-विरोधी होने का आरोप लगाते हुए उसके दो मंत्रियों के इज़रायल में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी।
इज़रायली सरकार ने स्पेन पर यहूदी-विरोधी होने का आरोप लगाकर दो स्पेनिश मंत्रियों पर इज़रायल आने पर रोक लगा दी। इसके जवाब में स्पेन ने अपना राजदूत इज़रायल से वापस बुला लिया। इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज़ ने ग़ाज़ा में नरसंहार रोकने के लिए नौ कदमों का ऐलान किया था, जिनमें हथियारों पर स्थायी पाबंदी, क़ब्ज़े वाले इलाकों से आयात पर रोक और ग़ाज़ा युद्ध में शामिल लोगों के स्पेन में प्रवेश पर रोक शामिल थी।
इज़रायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने सोशल मीडिया एक्स पर प्रतिक्रिया दी और सांचेज़ सरकार पर “यहूदी-विरोधी” होने का आरोप लगाते हुए घोषणा की कि उप प्रधानमंत्री योलांडा डियाज़ और युवा मामलों की मंत्री सीरा रेगो के इज़रायल में प्रवेश पर पाबंदी लगाई जाएगी। जवाब में डियाज़ ने कहा, “यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि, एक नरसंहार में शामिल देश मुझ पर पाबंदी लगा रहा है।”
सार ने यह भी कहा, “इज़रायल अपने सहयोगी देशों को स्पेन सरकार के आक्रामक रवैये और उसके मंत्रियों के यहूदी-विरोधी और उकसाने वाले बयानों से आगाह करेगा।”
इसी दौरान सोमवार को ही स्पेन ने यरुशलम में हुए एक आतंकवादी हमले की निंदा की जिसमें एक स्पेनिश नागरिक समेत छह लोग मारे गए। लेकिन दोनों देशों के बीच विवाद लगातार बढ़ता गया और आखिरकार स्पेन ने अपना राजदूत वापस बुला लिया। इसके बाद सार ने लिखा, “सांचेज़ ने गलत देश से टक्कर ले ली है। अब असमानता, अत्याचार और बेदखली के दिन ख़त्म हो चुके हैं। अब इज़रायल एक मज़बूत और स्वतंत्र देश है।”

